रद्द नहीं होगा भारत-न्यूजीलैंड इंदौर टेस्ट

मंगलवार, 4 अक्टूबर 2016 (14:44 IST)
मुंबई। लोढ़ा कमेटी द्वारा भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) के बैंक खाते सील कर दिए जाने के बाद भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच जारी सीरीज़ पर रद्द होने का जो खतरा मंडरा रहा था, वह अब टल गया है। बीसीसीआई सूत्रों के मुताबिक लोढ़ा पैनल ने बीसीसीआई के बैंक खातों को अनफ्रीज करने का फैसला किया है, और अब सीरीज जारी रहेगी।
बीसीसीआई में सुधारों के लिए सिफारिशें करने के उद्देश्य से सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी के प्रमुख तथा देश के पूर्व प्रधान न्यायाधीश आरएम लोढ़ा ने कहा कि क्रिकेट जारी रहना चाहिए।' बीसीसीआई सूत्रों ने बताया है कि लोढा कमेटी ने यस बैंक से बीसीसीआई के खाते को अनफ्रीज करने के लिए कह दिया है और बैंक ऑफ महाराष्ट्र को भी खाता अनफ्रीज करने के लिए निर्देश देगी। 
 
इससे पहले बीसीसीआई सूत्रों ने बताया था कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच जारी सीरीज के बचे हुए टेस्ट मैच और पांच वन-डे मैचों के आयोजन पर रद्द हो जाने का खतरा मंडरा रहा है। इस मामले की तह में लोढ़ा कमेटी का वह फैसला बताया गया था, जिसमें उसने बीसीसीआई का खाता रखने वाले बैंकों से कहा था कि वे 30 सितंबर को बोर्ड की विशेष आम बैठक में लिए गए वित्तीय फैसलों के संबंध में किसी भी राशि का भुगतान न करें। 
 
लोढ़ा पैनल के सेकेटरी गोपाल शंकरनारायणन ने बैंकों को भेजे पत में लिखा था, 'समिति को पता चला है कि बीसीसीआई की 30 सितंबर, 2016 को हुई आपात कार्यकारी बैठक में कुछ फैसले लिए गए हैं, जिनमें राज्य संघों को काफी बड़ी रकम दी गई है...।' यह ख़त बीसीसीआई सचिव अजय शिर्के, मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी और कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी को भी भेजा गया है। 
 
सीरीज़ के कार्यक्रम के मुताबिक, भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच तीसरा और आखिरी टेस्ट मैच 8 अक्टूबर से इंदौर में होना है। इसके बाद दोनों देशों के बीच पांच वन-डे मैचों की सीरीज भी तय है, जबकि सुप्रीम कोर्ट में 6 अक्टूबर को मामले की सुनवाई होने वाली है।
 
न्यूजीलैंड क्रिकेट ने भी कहा था है कि वे तीसरे टेस्ट की तैयारियों मे लगे रहेंगे, क्योंकि बीसीसीआई ने उनसे कहा कि दौरा अभी तक रद्द नहीं किया गया है तथा जस्टिस आरएम लोढ़ा ने भी कहा कि उन्होंने बीसीसीआई से रुटीन खर्च रोकने के लिए नहीं कहा है और मौजूदा या आगामी सीरीज के लिए खर्च पर कोई पाबंदी नहीं है। उन्होंने साथ ही यह भी कहा था कि अगर किसी तरह का कोई भ्रम है, तो बीसीसीआई को हमसे बात करनी चाहिए। (एजेंसियां)

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