सीरीज के अंतिम दो मैचों में विराट कोहली की जगह कप्तानी संभालने वाले रोहित ने मैच के बाद कहा, हेमिल्टन में चौथे वनडे में बड़ी हार के बाद वापसी करना बहुत जरूरी था। टॉस के समय मैंने कहा था कि हमें एक टीम की तरह एकजुट होना है और हमने यह कर दिखाया।
रोहित ने कहा, चार विकेट जल्दी गिर जाने के बाद यह जरूरी था कि कोई विकेट पर टिक कर खेले। अंबाटी रायुडू और विजय शंकर ने यह काम किया और दोनों के बीच साझेदारी महत्वपूर्ण रही। जिस तरह हार्दिक और केदार खेले वह वाकई शानदार था। हमारे सभी खिलाड़ियों ने गजब का जज़्बा दिखाया। गेंदबाजों ने भी अपना काम बखूबी किया।
कप्तान ने साथ ही कहा, विकेट बाद में सपाट होता दिख रहा था और ओस के कारण ऐसा लग रहा था कि उनके लिए लक्ष्य का पीछा करना आसान हो जायेगा। लेकिन हमारे गेंदबाजों ने बेहतर दमखम दिखाया और हमें जीत की मंजिल पर पहुंचाया।
रोहित ने कहा, मैं जानता था कि पिच में कुछ नमी है। यदि यह सीरीज का निर्णायक मैच होता तो मैं दूसरी पारी में बल्लेबाजी करना पसंद करता। शुरुआत में चार विकेट गंवाने के बाद वापसी करना आसान नहीं था। इस पिच पर 250 का स्कोर संतोषजनक था। गेंदबाजों ने हमें सही समय पर सफलता दिलाई।
सीरीज में 4-1 की कामयाबी पर रोहित ने कहा, जब आप मैच जीतना चाहते हैं तो आपको सही संतुलन तलाशना होता है, खास तौर पर यह देखते हुए कि जब जसप्रीत बुमराह आपके पास नहीं है। न्यूजीलैंड को उसके घर में हराना आसान काम नहीं था। हमनें आज जो उपलब्धि हासिल की है वह एक बड़ी उपलब्धि है।