रोहित ने चायकाल के बाद डटकर खेलते हुए 89 गेंदों में अपना अर्द्धशतक चार चौकों और दो छक्कों की मदद से पूरा कर लिया। उन्हें साहा ने अच्छा साथ दिया और भारतीय पारी की हालत सुधरती चली गई। रोहित अपने शतक से 18 रन दूर थे कि सेंटनर ने उन्हें ल्यूक रोंची के हाथों कैच करा दिया। रोहित हालांकि शतक से वंचित रह गए, लेकिन उनकी शानदार पारी ने भारत को दिन की समाप्ति तक ड्राइवर सीट पर पहुंचा दिया।