न्यूजीलैंड के स्टंप तक 7 विकेट पर 128 रन

शनिवार, 1 अक्टूबर 2016 (18:00 IST)
कोलकाता। न्यूजीलैंड ने यहां भारत के खिलाफ ईडन गार्डन्स में दूसरे क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन स्टंप तक पहली पारी में सात विकेट पर 128 रन बनाए। भुवनेश्वर कुमार ने पांच विकेट जबकि रविंद्र जडेजा और मोहम्मद शमी ने एक एक विकेट प्राप्त किया। भारत ने पहली पारी में 316 रन बनाए थे।
 
उमेश यादव की जगह शामिल किए गए भुवनेश्वर ने कसी लाइन एवं लेंथ से आक्रामक गेंदबाजी की। ढाई घंटे की देरी के बाद जब खेल शुरू हुआ तो उन्होंने पहले कार्यवाहक कप्तान रास टेलर (36) का विकेट हासिल किया। इसके बाद उन्होंने लगातार दो गेंदों पर मिशेल सैंटनर (11) और मैट हैनरी (0) को पैवेलियन भेजा। मोहम्मद शमी (46 रन देकर एक विकेट) ने भी दूसरे छोर से अपनी गेंदबाजी से दबदबा बनाए रखा।


 लंच के तुरंत बाद न्यूजीलैंड ने 23 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे जिसमें भुवनेश्वर ने हैनरी निकोल्स को बोल्ड किया। टेलर और ल्यूक रोंची (35) ने भागीदारी करने का पूरा प्रयास किया लेकिन यह ज्यादा लंबी नहीं रही और जडेजा ने इसे 62 रन से आगे नहीं बढ़ने दिया। फार्म में चल रहे रोंची बारिश आने से तुरंत पहले 35 रन पर जडेजा की गेंद पर आउट हो गए। हालांकि यह फैसला संदेहास्पद रहा।
 
जडेजा ने अपनी कोण लेती गेंद पर रोंची को पगबाधा आउट किया, हालांकि ऐसा लग रहा था कि गेंद लेग स्टंप की ओर थी लेकिन अंपायर रॉड टकर ने भारत को यह विकेट भेंटस्वरूप दे दिया। रोंची की पारी हालांकि 16 रन पर ही समाप्त हो जाती लेकिन स्थानापन्न खिलाड़ी गौतम गंभीर ने पॉइंट पर उनका कैच छोड़ दिया था। तभी काले बादल छा गए और तेज बारिश आने लगी जिससे मैच में समय से पहले चाय ब्रेक लेना पड़ा।
 
इससे पहले केन विलियमसन की जगह टीम में शामिल किए गए निकोल्स ने वाइड गेंद को खेलने का प्रयास किया जो उनके स्टंप पर लगी। भारत की पहली पारी के जवाब में उतरी मेहमान टीम ने सलामी बल्लेबाजों टॉम लाथम (1) और मार्टिन गुप्टिल (13) के विकेट सस्ते में गंवा दिए। शमी और भुवनेश्वर ने लगातार ओवरों में इनके विकेट हासिल किए । 
 
शमी ने अपने पहली ही ओवर में लाथम को पगबाधा आउट किया, वहीं गुप्टिल की बल्ले से खराब फार्म जारी रही, वह तीसरे ओवर में भुवेश्वनर की गेंद पर बोल्ड हो गए। गेंद इस बल्लेबाज की कोहनी से लगी और स्टंप उखाड़ते हुए चली गयी। सुबह के सत्र में भारतीय पारी में साहा शॉर्ट पिच गेंदों के आगे डटकर बल्लेबाजी करते रहे, जिससे उन्होंने बीती रात के नाबाद 14 रन के स्कोर को अर्द्धशतक में तब्दील किया। उन्होंने अपने करियर का तीसरा अर्धशतक जमाया जिससे टीम ने कल के 86 ओवर में 7 विकेट पर 239 रन के स्कोर में अच्छी प्रगति की।
 
साहा इससे पहले एक शतक और दो अर्द्धशतक बना चुके थे और भारतीय सरजमीं में उनका यह पहला अर्द्धशतक टीम के लिए अहम मौके पर आया है जब टीम पर 250 रन के अंदर सिमटने का खतरा मंडरा रहा था। दो स्थानीय खिलाड़ियों साहा और शमी (14 गेंद में तीन चौके से 14 रन) ने अंतिम विकेट के लिए 35 रन जोड़े जो उन्होंने महज 31 गेंद में बनाए, लेकिन शमी फाइन लेग पर मैट हैनरी को कैच देकर आउट हो गए और टीम 104.5 ओवर में सिमट गयी।
 
साहा ने इससे पहले जडेजा (14) के साथ 41 रन की भागीदारी निभाई जिन्होंने कानपुर टेस्ट में अर्द्धशतक जमाया था। जडेजा अपनी पारी को बड़ी नहीं कर सके और नील वैगनर ने दिन के 11वें ओवर में उन्हें पैवेलियन भेजा। इससे पिछले ओवर में जडेजा ने स्पिनर मिशेल सैंटनर की गेंद पर छक्का जड़ा था, लेकिन वैगनर की गेंद को पुल करने के प्रयास में विकेट गंवा बैठे क्योंकि गेंद सीधे फाइन लेग पर खड़े हैनरी के हाथों में समां गई। भारतीय टीम का स्कोर जल्द ही नौ विकेट पर 281 रन हो गया लेकिन साहा और शमी ने सुनिश्चित किया कि टीम 300 रन का आंकड़ा पार कर ले। (भाषा)

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