आतंकी हमलों के बीच क्रिकेट नहीं : सौरव गांगुली

मंगलवार, 28 जुलाई 2015 (18:35 IST)
नई दिल्ली। भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने आज बीसीसीआई का समर्थन करते हुए कहा कि सरहद पार से आतंकवाद पर रोक लगने तक पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध बहाल नहीं किए जा सकते।
पीसीबी ने भारत से इस साल द्विपक्षीय श्रृंखला की मेजबानी की अपील की थी। दोनों देशों के बीच 2023 के आखिर तक आठ साल में पांच श्रृंखलाएं कराने के लिए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर हुए थे।
 
बोर्ड ने भारत सरकार से इस पर बात करने का वादा किया था लेकिन गुरदासपुर में कल हुए आतंकी हमले के बाद बोर्ड सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा कि इन हालात में पाकिस्तान के साथ कोई क्रिकेट नहीं हो सकता।
 
गांगुली ने यहां अपोलो म्युनिख हैल्थ इंश्योरेंस के एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से कहा, ‘बीसीसीआई का कहना सही है कि द्विपक्षीय क्रिकेट बहाल होने से पहले आतंकवाद पर पूरी रोक लगनी चाहिए। बतौर इंसान भी हम चाहते हैं कि आतंकवाद पूरी तरह से खत्म हो।’ 
 
उन्होंने कहा, ‘भारत-पाकिस्तान श्रृंखला में यह हमेशा होता है। जहां तक हमारी समझ है कि यह बेहद रोमांचक और मनोरंजक श्रृंखला होती है लेकिन इससे उन लोगों का दर्द कम नहीं होगा जो आतंकवादी हमलों का शिकार हुए हैं, खासकर कल गुरदासपुर की घटना के बाद।’
 
गांगुली ने कहा ‘यह काफी समय से हो रहा है। हम 2004 में जब पाकिस्तान गए थे, तब मैं टीम का कप्तान था और हमने पहली बार वहां टेस्ट और वनडे श्रृंखला जीती थी। वह श्रृंखला 15 साल बाद खेली गई थी।’ 
 
उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि दिल्ली की अदालत द्वारा हाल ही में स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों से बरी किए गए भारत के पूर्व मध्यम तेज गेंदबाज एस श्रीसंथ को बीसीसीआई से राहत मिलेगी, जिसने अभी तक उन पर से आजीवन प्रतिबंध नहीं हटाया है। 
 
उन्होंने कहा, ‘उसे दिल्ली की अदालत ने बरी कर दिया है और बीसीसीआई ने कहा है कि अनुशासनात्मक दंड जारी रहेगा। मेरा मानना है कि अदालत ने उसे आपराधिक आरोपों से बरी कर दिया है और बोर्ड हर खिलाड़ी को वापसी का मौका देता है। मुझे लगता है कि बोर्ड और श्रीसंथ के बीच इस बारे में बातचीत होगी।’ (भाषा)
 

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