रोहित का शतक, भारत ने जीती सीरीज

रविवार, 27 अगस्त 2017 (23:30 IST)
पल्लेकेल। रोहित शर्मा (नाबाद 124) के करियर के 12वें शतक और पूर्व कप्तान महेन्द्रसिंह धोनी (नाबाद 67) की अर्द्धशतकीय पारी के दम पर भारत ने श्रीलंका को यहां रविवार को तीसरे वन-डे मैच में छ: विकेट से हराकर पांच वन-डे मैचों की सीरीज में 3-0 की अपराजेय बढ़त बना ली।
 
श्रीलंका ने भारत को जीत के लिये 218 रन का लक्ष्य दिया था जिसे उसने 45.1 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 218 रन बनाकर हासिल कर लिया। मैच के दौरान उस समय बेहद शर्मनाक स्थिति आ गई जब भारत जब 44 वें ओवर में छ: विकेट पर 210 रन बनाकर आसान जीत की तरफ बढ़ रहा था तो स्टेडियम में मौजूद दर्शकों ने मैदान में पानी की बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं।
 
इस व्यवधान के बाद अंपायरों ने खेल को बीच में ही रोक दिया था। कुछ देर बाद खेल पुन: शुरू हुआ और भारत ने यह मुकाबला आसानी से छ: विकेट से जीतते हुए सीरीज में 3-0 की अपराजेय बढ़त बना ली। सीरीज में अभी दो मैच और खेलने बाकी हैं और भारत का लक्ष्य यहां भी 5-0 से क्लीन स्वीप का होगा।
 
इससे पहले पारी की शुरुआत करने उतरे रोहित और धोनी ने उस समय मोर्चा संभाला जब टीम 61 रन पर अपने चार विकेट खोकर संघर्ष कर रही थी। रोहित और धोनी ने धैर्य के साथ अपनी-अपनी पारियों को आगे बढ़ाया और पांचवें विकेट के लिए अविजित 157 रन की साझेदारी करते हुए टीम को एक बेहतरीन जीत दिला दी। 
 
टीम इंडिया ने इससे पहले श्रीलंका को टेस्ट सीरीज में भी 3-0 से मात दी थी और अब वन-डे सीरीज में 3-0 की अपराजेय बढ़त हासिल कर ली। कप्तान विराट भले ही इस मुकाबले में कुछ खास न कर पाए हों, लेकिन उनकी कप्तानी में यह लगातार पांचवीं वनडे सीरीज जीत है।
 
श्रीलंका द्वारा दिए गए छोटे लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत लड़खड़ाहट भरी रही और उसने 19 रन पर शानदार फार्म में चल रहे शिखर धवन (पांच) और कप्तान विराट कोहली (तीन) के विकेट गंवा दिये थे। चौथे नंबर पर उतरे लोकेश राहुल (17) ने कुछ अच्छे हाथ दिखाए, लेकिन वे 61 रन के स्कोर पर पिछले मैच के हीरो रहे अकिला धनंजय का शिकार हो गए।
 
केदार जाधव भी बिना खाता खोले धनंजय का दूसरा शिकार हो गए। 61 रन पर ही एक के बाद एक लगातार दो विकेट गिर जाने के बाद पिछले मैच की कहानी दोहराए जाने की आशंका पैदा हो गई, जिसमें भारत ने जल्दी जल्दी अपने छ: विकेट गंवा दिए थे, लेकिन यहां से रोहित और पिछले मैच के संकटमोचक धोनी ने मोर्चा संभालते हुए फिर कोई विकेट नहीं गिरने दिया और भारत की झोली में मैच और सीरीज डाल दी।
  
भारत के पहले 100 रन 23 वें ओवर में आए जबकि 200 रन 44 वें ओवर में पूरे हुए। रोहित ने ठोस तरीके से बल्लेबाजी करते हुए 143 गेंदों पर 16 चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 122 रन बनाए। धोनी ने 81 गेंदों पर 61 रन में चार चौके और एक छक्का लगाया। धोनी का यह 65वां वन-डे अर्द्धशतक है।
 
श्रीलंका की तरफ से धनंजय ने 38 रन पर दो विकेट लिए जबकि अनुभवी लसित मलिंगा को 25 रन पर एक और विश्व फर्नांडो को 35 रन पर एक विकेट मिला। इससे पहले मध्यम तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (27 रन पर पांच विकेट) के करियर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बदौलत भारत ने श्रीलंका को 217 के मामूली स्कोर पर नियंत्रित कर लिया। 
 
कप्तान उपुल तरंगा पर मैच बैन के बाद श्रीलंकाई टीम की कप्तानी करने उतरे चामरा कापूगेदेरा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय किया इससे टीम के प्रदर्शन में खास सुधार नहीं हुआ और श्रीलंकाई टीम निर्धारित 50 ओवर में नौ विकेट पर केवल 217 रन ही बना सकी जिसे भारत ने 6 विकेट के नुकसान पर 218 रन बनाकर हासिल कर लिया।
 
श्रीलंकाई टीम की ओर से मध्यक्रम के बल्लेबाज़ लाहिरू तिरिमाने ने अकेले दम पर संघर्ष करते हुए 80 रनों की बड़ी अर्द्धशतकीय पारी खेली। भारत की ओर से गेंदबाज बुमराह ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए 10 ओवरों में 2.70 के इकॉनॉमी रेट से केवल 27 रन देकर मेजबान टीम के सर्वाधिक पांच विकेट निकाले। हार्दिक पांड्या को 42 रन, अक्षर पटेल को 35 रन और केदार जाधव को 12 रन पर एक-एक विकेट हाथ लगा।
 
कप्तान विराट कोहली ने अपनी टीम में कोई परिवर्तन नहीं किया और टॉस गंवाने के बाद भी भारतीय गेंदबाजों के प्रभावशाली प्रदर्शन के सामने टीम ने बढ़िया शुरुआत करते हुए श्रीलंका को केवल 28 रन पर दो अहम झटके दे दिए। ओपनर निरोशन डिकवेला ने 15 गेंदों में दो चौके लगाकर केवल 13 रन ही जोड़े थे कि वे बुमराह की गेंद पर पगबाधा हो गए। 
 
इसके बाद बुमराह ने आठवें ओवर में कुशल मेंडिस को मात्र एक रन पर रोहित शर्मा के हाथों कैच कराकर पवेलियन लौटा दिया। इस मैच में वापसी कर रहे टेस्ट कप्तान दिनेश चांडीमल ने 71 गेंदों में चार चौके लगाकर 36 रन की पारी खेली और दूसरे छोर पर तिरिमाने के साथ 72 रन की महत्वपूर्ण अर्द्धशतकीय साझेदारी कर टीम को संभाला। 
 
हालांकि श्रीलंका के 100 रन पूरे होते ही ऑलराउंडर पांड्या ने चांडीमल को बुमराह के हाथों कैच कराकर तीसरा विकेट निकाल इस साझेदारी पर भी ब्रेक लगा दी। तिरिमाने ने हालांकि विषम परिस्थितियों में दूसरे छोर से कोई मदद नहीं मिलने के बावजूद संयम से खेलते हुए 105 गेंदों में पांच चौके और एक छक्का लगाकर अपने 80 रन पूरे किए।
 
ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज को जाधव ने पगबाधा किया और केवल 11 रन पर सस्ते में पैवेलियन भेजा। इसके बाद तिरिमाने की हिम्मत भी जवाब दे गई और वे बुमराह की गेंद पर ही जाधव को कैच दे बैठे और श्रीलंका की आधी टीम 159 के मामूली स्कोर पर वापिस लौट गई। कप्तान कापूगेदेरा भी कुछ कमाल नहीं कर सके और 14 रन ही बना पाए। उन्होंने 22 गेंदों में एक चौका भी लगाया। उन्हें स्पिनर पटेल ने बोल्ड किया।
 
कापूगेदेरा के बाद पिछले मैच में भारतीय बल्लेबाजों को परेशान करन वाले अबूझ गेंदबाज अकीला धनंजय (2) और मिलिंडा श्रीवर्धने (29) तीनों खिलाड़ी एक के बाद एक भारतीय गेंदबाजों की गेंदों पर बोल्ड हुए। अकीला और मिलिंडा दोनों को बुमराह ने बोल्ड किया।
 
दुष्मंत चमीरा 6 रन बनाकर रनआउट हुए जिन्हें पवेलियन पहुंचाने में धोनी और भुवनेश्वर कुमार की अहम भूमिका रही लेकिन वन-डे में 100 स्टम्पिंग करने से एक कदम दूर अनुभवी विकेटकीपर इस मैच में विकेट के पीछे इस उपलब्धि से चूक गए। विश्वा फर्नांडो (5)  और लसित मलिंगा (1) दोनों ही नाबाद पवेलियन लौटे। (वार्ता) 

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