INDvsENG कप्तान रोहित शर्मा की 55 रन और शुभमन गिल के नाबाद 52 रनों की अर्धशतकीय साझेदारी की मदद से चौथे टेस्ट मैच के चौथे दिन सोमवार को इंग्लैंड को पांच विकेट से हराकर सीरीज में 3-1 से अजेय बढ़त बना ली है।यह पहला मौका है जब कोई टीम स्कोर का पीछा करते हुए रांची के झारखंड स्टेट क्रिकेट असोसिएशन के मैदान पर जीत पाई हो।इसके अलावा इस सीरीज में पहली बार ऐसा हुआ है कि जिस टीम ने टॉस हारा हो वह मैज जीतने में सफल हुई हो।
इससे पहले आज भारत ने कल के 40 रन के स्कोर से आगे खेलते हुए पहले सत्र में 118 रन पर अपने तीन विकेट गंवा दिये थे। सुबह यशस्वी जयसवाल 37 रन बनाकर आउट हुये। उन्हें रूट ने एंडरसन के हाथों कैच आउट कराया। उसके बाद कप्तान रोहित शर्मा को हार्टली ने फोक्स के हाथों कैच आउट कराकर भारत को दूसरा झटका दिया। रोहित ने 81 गेंदों में 55 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली और जबकि रजत पाटीदार की खराब फार्म का सिलसिला जारी और वह शून्य पर आउट होकर पवेलियन लौट गये है। लंच के समय भारत को जीत के लिए 74 रनों की दरकार थी। शुभमन गिल 18 और रविंद्र जडेजा तीन रन बनाकर क्रीज पर थे।
दूसरे सत्र की शुरुआत में एक बार भी भारतीय पारी उस समय लड़खड़ा गई थी जब बशीर ने रवींद्र जडेजा चार रन पर अपना शिकार बनाने के बाद सरफराज खान शून्य पर आउट पवेलियन भेज दिया था। भारत 120 के स्कोर पर अपने दो बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिये थे। ऐसा लगने लगा था कि भारत मुश्किल में है ऐसे समय में ध्रुव जुरेल ने शुभमन गिल के साथ जुझारू पारी खेलते हुए भारत को संकट से उबारा। दोनों बल्लेबाजों के बीच 72 रनों की साझेदारी हुई। शुभमन गिल 124 गेंदों में नाबाद 52 रन और जुरेल ने 77 गेंदों में नाबाद 39 रन बनाये।
इंग्लैंड की ओर से शोएब बशीर ने तीन विकेट लिये। जो रूट और टॉम हार्टली ने एक-एक बल्लेबाज को आउट किया है।भारत ने पहली पारी में ध्रुव जुरेल 90रन के जोरदार संघर्ष के बाद चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन रविवार को रविचंद्रन अश्विन ( 51 रन पर पांच विकेट) और कुलदीप यादव (22 रन पर चार विकेट) की कातिलाना गेंदबाजी के आगे इंग्लैंड की दूसरी पारी 145 रन पर सिमट गयी।
इंग्लैंड ने पहली पारी में 353 रन बनाये थे जिसके जवाब में भारत पहली पारी में 307 रन बना सका था जिससे मेहमान टीम को पहली पारी में 46 रन की बढ़त मिली जबकि दूसरी पारी में यह बढ़त 191 रन की हो गयी। 192 रन के विजय लक्ष्य का पीछा करते हुये भारत ने दिन का खेल खत्म होने के समय अपनी दूसरी पारी में बगैर विकेट खोये 40 रन बना लिये थे। कप्तान रोहित शर्मा (24) और यशस्वी जायसवाल 16 रन बना कर क्रीज पर मौजूद थे।
इंग्लैंड की दूसरी पारी को सस्ते में समेटने के अश्विन और कुलदीप के अलावा रविंद्र जडेजा (56 रन पर एक विकेट) की भूमिका अहम रही। जडेजा की सूझबूझ भरी गेंदबाजी से इंग्लैंड के गेंदबाज दवाब में नजर आये जिसका फायदा दूसरे छोर पर अश्विन और कुलदीप को मिला।
भारत ने दोनों छोर पर स्पिन अटैक कर पारी की आक्रामक शुरुआत की। बेन डकेट 15 रन ने तेज गति की पारी में दो चौके लगा कर भारत के स्पिन आक्रमण को तहस नहस करने की नाकाम कोशिश की जिसका खामियाजा उन्हे विकेट खोकर चुकाना पड़ा। अश्विन ने अगली ही इंग्लैंड को दूसरा झटका दिया जब ओली पोप पगबाधा करार दिये गये।नंबर तीन के बल्लेबाज ने डीआरएस का विकल्प चुना, लेकिन रीप्ले में गेंद स्टंप्स से टकराती हुई दिखाई दे रही थी।
इंग्लैंड की दूसरी पारी में गिरावट को पटरी पर लाने की जिम्मेदारी जैक क्रॉली 60 रन और जो रूट 11 रन पर थी। क्रॉली ने एक ओवर में तीन चौके लगाकर और फिर उसके अगले ओवर में एक और चौका लगाकर अश्विन को परेशान किया लेकिन चतुराई भरी गेंदबाजी करते रहे,नतीजन उन्हे जो रुट का कीमती विकेट मिला।इंग्लिश ओपनर ने अपना अर्धशतक पूरा किया, लेकिन उनकी खुशी ज्यादा देर तक नहीं टिक पाई क्योंकि कुलदीप ने उन्हें 60 रन पर क्लीन बोल्ड कर अपना पहला विकेट हासिल किया । लेग स्पिनर ने चाय के विश्राम से कुछ मिनट पहले कप्तान बेन स्टोक्स को आउट करके इंग्लैंड की मुश्किलों में इजाफा किया।