तीसरा टी-20: भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टॉस जीता और बल्लेबाजी का फैसला किया
रविवार, 21 नवंबर 2021 (18:41 IST)
भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम टी-20 मैच में टॉस जीता और बल्लेबाजी का फैसला किया। गौरतलब है कि पहले दो मैच जीतकर भारत पहले ही यह सीरीज अपने कब्जे में कर चुका है।
भारत ने तीसरे टी-20 के लिए किसी नए खिलाड़ी को तो टी-20 पदार्पण का मौका नहीं दिया है। लेकिन कुछ बड़े बदलाव जरुर किए हैं। सलामी बल्लेबाज केएल राहुल की जगह ईशान किशन को मौका दिया गया है। इस कारण आज सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन साथ में बल्लेबाजी करते हुए दिख सकते हैं।
इसके अलावा अपनी गेंदबाजी से प्रभावित कर चुके अनुभवी रविचंद्रन अश्विन की जगह आज युजवेंद्र चहल को मौका दिया गया है। गौरलतब है कि चहल को टी-20 विश्वकप के भारतीय दल में मौका नहीं दिया गया था।
वहीं न्यूजीलैंड की टीम ने तो कप्तान टिम साउदी को ही बाहर बैठा दिया है। यही कारण है कि आज टॉस के लिए स्पिनर मिचेल सैंटनर रोहित शर्मा के साथ पिच पर आए। टिम साउदी की जगह पर न्यूजीलैंड ने गेंदबाज लॉकी फर्ग्यूसन को अंतिम ग्यारह में मौका दिया है।
टिम साउदी की कप्तानी में भारत को कभी नहीं हरा पाया न्यूजीलैंड
गौरतलब है कि दूसरे टी-20 में टिम साउदी की बतौर कप्तान भारत के खिलाफ चौथी हार थी।वहीं पिछले 8 मुकाबलों पर नजर डालें तो न्यूजीलैंड सिर्फ 1 मैच भारत से जीत पायी है। हालांकि उस मैच का असर बहुत बड़ा हुआ था और भारत न्यूजीलैंड से हार कर टी-20 विश्वकप से बाहर हो गया था।
दिलचस्प बात यह है कि भारत से टी-20 विश्वकप में अविजित रहने वाली न्यूजीलैंड और कभी भारत को एक भी मुकाबला नहीं जीतने वाली यह टीम टिम साउदी की कप्तानी में भारत से आज तक एक भी मैच नहीं जीत सकी।शायद यही कारण है कि आज टिम साउदी को विश्राम दिया गया है।
टॉस जीतने में कोहली से कहीं आगे रोहित
जब से विराट कोहली की कप्तानी विदाई के बाद रोहित शर्मा को टी-20 मैचों की कप्तानी सौपी गई है तब से वह सारे टॉस जीते हैं। इस सीरीज में यह तीसरा टॉस है जो रोहित शर्मा ने जीता है।
वहीं विराट कोहली की बात करें तो इस साल वह टी-20 मैचों में कप्तान के तौर पर 10 में से सिर्फ 3 टॉस जीत पाए। इसमें से 2 टॉस तो वह बतौर कप्तान अपने आखिरी टी-20 मैच में जीते थे। टी-20 विश्वकप में स्कॉटलैंड के खिलाफ अपने जन्मदिन के दिन उन्होंने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी थी और नामिबिया के खिलाफ भी उन्होंने टॉस जीतकर यही निर्णय लिया था। नामीबिया से हुआ मैच बतौर कप्तान उनका आखिरी टी-20 मैच था।