हैदराबाद। बेहतरीन खिलाड़ियों से सजी भारतीय क्रिकेट टीम का पलड़ा गुरुवार से यहां बांग्लादेश के खिलाफ शुरू हो रहे मैच में भारी रहेगा चूंकि दुनिया की नंबर 1 टीम और नौवीं रैंकिंग वाली टीम के बीच यह मुकाबला पूरी तरह से बेमेल है। रैंकिंग को देखें तो यह मुकाबला बेमेल ही है लेकिन फिर क्रिकेट तो अनिश्चितताओं का खेल है।
बांग्लादेश के लिए यह ऐतिहासिक पल होगा, क्योंकि भारतीय सरजमीं पर वे पहला टेस्ट खेल रहे हैं। भारत के लिए यह लय बरकरार रखने की कोशिश होगी जिसने न्यूजीलैंड और इंग्लैंड जैसी बेहतर टीमों को हराया है।
5 दिनी क्रिकेट में बांग्लादेश उस प्रदर्शन को दोहरा नहीं पाया है, जो उसने सीमित ओवरों के क्रिकेट में अक्सर कर दिखाया है। पिछले महीने पहली पारी में 550 रन के करीब रन बनाने के बाद उसे न्यूजीलैंड के हाथों पराजय झेलनी पड़ी। इससे साबित होता है कि टेस्ट दर्जा हासिल होने के 16 साल बाद भी टीम जीत का फॉर्मूला नहीं खोज सकी है।
पिछली बार भारत और बांग्लादेश ने फतुल्लाह में टेस्ट खेला था, जब बारिश ने बांग्लादेश को हार से बचा लिया था। इस बार टीम में मुस्तफिजुर रहमान जैसा तूफानी गेंदबाज भी नहीं है, जो इस मैदान से बखूबी वाकिफ है।
भारतीय खेमे के लिए सिरदर्द यह होगा कि अंतिम एकादश में किसे उतारा जाए? टीम में वापसी करने वाले अभिनव मुकुंद को इंतजार करना होगा बशर्ते दोनों नियमित सलामी बल्लेबाजों में से किसी एक को फिटनेस समस्या न हो। शीर्ष 4 बल्लेबाज केएल राहुल, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा और कप्तान विराट कोहली टीम में होंगे ही। अब देखना यह है कि चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए कौन उतरता है?
भारत के लिए तिहरा शतक जड़ने वाले दूसरे बल्लेबाज करुण नायर का भी दावा पुख्ता है लेकिन उन्हें अजिंक्य रहाणे के लिए जगह छोड़नी होगी। कोहली ने मैच से पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि रहाणे उनकी पहली पसंद होंगे जिनके चोटिल होने के कारण इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट में नायर को चुना गया था।
रहाणे के आने और नायर के बाहर होने के बाद भारत के पास 5 प्रमुख गेंदबाज होंगे जिससे आक्रामक तेवर अपनाए जा सकेंगे। ऑफ स्पिनर रविचन्द्रन अश्विन सबसे तेजी से 250 विकेट पूरे करने वाले गेंदबाज बनने से सिर्फ 2 विकेट पीछे हैं। उनके साथ रवीन्द्र जडेजा हैं लिहाजा तामिम इकबाल, सौम्य सरकार या महमूदुल्लाह रियाद के लिए रन बनाना आसान नहीं होगा।
फतुल्लाह में पिछली बार बांग्लादेश का कोई भी बल्लेबाज अश्विन की गेंदों का सामना नहीं कर सका था। उमेश यादव और ईशांत शर्मा भी पिच से मिलने वाली उछाल का पूरा फायदा उठाकर उनके लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं। टीम में विकेटकीपर के तौर पर पार्थिव पटेल की जगह रिद्धिमान साहा होंगे जबकि स्पिनर अमित मिश्रा चोट के कारण बाहर हो गए हैं। उनकी जगह कुलदीप यादव को जगह दी गई है लेकिन उसे टेस्ट में पदार्पण के लिए इंतजार करना होगा।
नई गेंद का जिम्मा ईशांत और उमेश संभालेंगे। हार्दिक पंड्या तेज गेंदबाज हरफनमौला के रूप में विकल्प हो सकते हैं चूंकि ऑस्ट्रेलिया से खिलाफ श्रृंखला से पहले कोहली उन्हें आजमाना चाहते हैं। कोहली एंड कंपनी के लिए यह श्रृंखला कुछ और रिकॉर्ड कायम करने का भी मौका होगी, क्योंकि बांग्लादेशी आक्रमण में सिर्फ एक ख्यात अंतरराष्ट्रीय गेंदबाज शाकिब अल हसन है।
भारत के लिए कप्तान कोहली शानदार फॉर्म में हैं और इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में 199 रन बनाने वाले राहुल इस लय को कायम रखना चाहेंगे। मुरली विजय के लिए यह मैदान लकी रहा है, जहां उन्होंने 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ स्कोर 167 रन बनाया था। बांग्लादेश की ताकत उसके स्पिनर शाकिब और युवा मिराज होंगे जिन्होंने इंग्लैंड में अच्छा प्रदर्शन किया।