केएल राहुल को उनके शानदार प्रदर्शन के कारण तीन अवॉर्ड 'मैन ऑफ द मैच', 'फास्टेस्ट फिफ्टी' और 'सबसे ज्यादा 6 छक्के' के लिए प्रदान किए गए। राहुल ने अपनी पारी में शानदार 70 रन मात्र 36 गेंदों में बनाए। हार्दिक पांड्या ने भी अपने बल्ले का जौहर दिखलाया और 9 गेंदों पर नाबाद 32 रन ठोंक डाले। मनीष पांडे 21 रनों पर नाबाद लौटे।
भारत ने पहला मैच 76 रन से जीता था और दूसरा मैच उससे भी बड़े अंतर से 143 रन से जीत लिया। भारत का इंग्लैंड के खिलाफ मुश्किल सीरीज शुरू होने से पहले यह आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच था। भारत को इंग्लैंड से पहला टी-20 मैच तीन जुलाई को मैनचेस्टर में खेलना है। भारत की बल्लेबाजी और गेंदबाजी ताकत के सामने आयरलैंड की टीम बौनी नजर आई और पूरी तरह समर्पण कर गई।
भारत ने चार विकेट पर 213 रन का विशाल स्कोर बनाने के बाद आयरलैंड को 12.3 ओवर में मात्र 70 रन पर निपटा दिया। भारत ने लगातार दूसरे मैच में 200 से ऊपर का स्कोर बनाया। भारत ने इस मैच में ओपनर शिखर धवन, महेंद्र सिंह धोनी, भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह को विश्राम देकर लोकेश राहुल, दिनेश कार्तिक, उमेश यादव और सिद्धार्थ कौल को मौका दिया।
भारत के चार परिवर्तन आयरलैंड पर और भारी पड़ गए। आयरलैंड के बल्लेबाजों के पास भारत के कलाई के स्पिन्नरों चहल और कुलदीप का कोई जवाब नहीं था। पहले मैच में चार विकेट लेने वाले चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप ने 2.3 ओवर में 16 रन देकर तीन विकेट झटके जबकि पहले मैच में तीन विकेट लेने वाले लेग स्पिनर चहल ने चार ओवर में 21 रन पर तीन विकेट लिए।
तेज गेंदबाज उमेश यादव ने 19 रन पर दो विकेट, सिद्धार्थ ने चार रन पर एक विकेट और हार्दिक पांड्या ने 10 रन पर एक विकेट लिया। आयरलैंड के चार बल्लेबाज ही दहाई की संख्या में पहुंच सके और कप्तान गैरी विल्सन ने सर्वाधिक 15 रन बनाए। आयरलैंड ने अपने आखिरी आठ विकेट मात्र 40 रन जोड़कर गंवाए और उसकी पारी 70 रन पर ही सिमट गई।