नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के सह कोच आर श्रीधर ने कहा कि मौजूदा टीम क्षेत्ररक्षण में भी मजबूत है और उसके तेज गेंदबाज अच्छे एथलीट हैं जो इस काम में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
न्यूजीलैंड के खिलाफ फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले जाने वाले दूसरे वनडे से पूर्व मंगलवार को यहां क्षेत्ररक्षण कोच श्रीधर ने कहा, मौजूदा टीम में जो तेज गेंदबाज हैं वे बेहतरीन फील्डर हैं और यह सौभाग्य की बात है कि हमारे पास ऐसे खिलाड़ी हैं जो विपक्षी टीम को रोकने में सबसे अहम भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने कहा तेज गेंदबाज अच्छे एथलीट होते हैं और टीम इंडिया में उमेश यादव, मोहम्मद शमी जैसे तेज गेंदबाज हैं जिनकी फिटनेस कमाल की है। मेरे हिसाब से क्षेत्ररक्षण के मामले में उमेश असाधारण हैं और अभ्यास सत्र के दौरान भी वे कैचिंग और फील्डिंग पर बहुत ध्यान देते हैं। इस लिहाज से हमारे तेज गेंदबाज बहुत अच्छे फील्डर हैं और उन्होंने एक अलग ही बेंचमार्क बनाया है।
टेस्ट सीरीज से वनडे में टीम के कुछ खास खिलाड़ियों को क्षेत्ररक्षण की जिम्मेदारी के सवाल पर श्रीधर ने कहा, मेरे हिसाब से चाहे बड़ा प्रारूप हो या क्रिकेट का सीमित प्रारूप यह खिलाड़ियों की मानसिकता पर निर्भर करता है कि वह कैसे खुद को इसके अनुकूल ढालता है, लेकिन वनडे में हमारी कोशिश रहती है कि क्षेत्ररक्षकों को 30 यार्ड के दायरे में अधिक रखें, ताकि विपक्षी बल्लेबाजों पर दबाव अधिक बनाया जा सके।
क्षेत्ररक्षण के दौरान बेहतरीन थ्रो के सवाल पर सह कोच श्रीधर ने विराट कोहली और रवींद्र जडेजा के नामों की चर्चा की। उन्होंने कहा वैसे इस मामले में कपिल देव सर्वश्रेष्ठ थे लेकिन मौजूदा टीम में क्षेत्ररक्षण के दौरान अच्छी थ्रो की बात करते हुए मेरे दिमाग में विराट और जडेजा के नाम आते हैं। मौजूदा टीम में दोनों ही फिटनेस और थ्रो मामले में सबसे अच्छे हैं।
उन्होंने साथ ही कहा अधिकतर तेज गेंदबाज ही थ्रो के मामले में बहुत अच्छे हैं। उमेश यादव भी इसमें बहुत अच्छे हैं और बाकी के क्षेत्ररक्षक भी यह काम अच्छा करते हैं, लेकिन जडेजा और विराट सबसे अहम हैं।
टीम में कुछेक के बजाय अधिक क्षेत्ररक्षकों की जरूरत पर बल देते हुए श्रीधर ने कहा, हमारा ध्यान एकाध नहीं बल्कि एक से अधिक क्षेत्ररक्षकों को तैयार करना है। मनीष, विराट और रोहित जैसे खिलाड़ी इस काम में अच्छे हैं।
श्रीधर ने कहा, यदि जडेजा उस समय नहीं हैं तो ये खिलाड़ी आखिरी के ओवरों में विपक्षी टीम के बल्लेबाजों को रोक सकते हैं और दबाव बना सकते हैं। हमारा यही लक्ष्य है और हम इस दिशा में उनकी क्षमता को निखारने का प्रयास कर रहे हैं।
बीमारी के कारण पहले वनडे से बाहर रहे ऑलराउंडर सुरेश रैना को लेकर उन्होंने बताया कि वे टीम से जुड़ चुके हैं और फिलहाल टीम प्रबंधन रैना की फिटनेस पर करीबी से नजर रख रही है। भारत और न्यूजीलैंड के बीच कोटला के मैदान पर 20 अक्टूबर को दूसरा वनडे खेला जाना है। पांच वनडे मैचों की सीरीज में मेजबान टीम पहला मैच जीतकर 1-0 से आगे है। (वार्ता)