इंदौर। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होलकर स्टेडियम में 24 सितंबर को होने वाले तीसरे एकदिवसीय मैच के लिए इंदौरी क्रिकेट दीवानों में कितनी बेसब्री है, इसका अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि आज पहले दिन पैवेलियन के 2467 टिकट मात्र चाढ़े चार घंटे में ही बिक गए, वह भी बिना पुलिस लाठीचार्ज किए...
इंदौर के आसमान में अभी भी बादलों का डेरा जमा हुआ है और सोमवार की सुबह का स्वागत रिमझिम बारिश से हुआ। मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने आज पैवेलियन के टिकटों की खिड़की खोली और बिना किसी हुज्जत के क्रिकेटप्रेमियों ने दोपहर ढाई बजे तक 2467 टिकट खरीद लिए।
इस बार टिकटों के लिए मारामारी इसलिए नहीं हुई क्योंकि आयोजकों ने 'टोकन नियम' लागू किया। लोगों ने पहले टोकन लिए और जिनके पास टोकन थे, वही हिरवानी द्वार से भीतर प्रवेश कर पाए जबकि महिलाओं के लिए अलग से व्यवस्था थी। उन्हें भी बिना धक्के खाए स्टेडियम के भीतर टिकट खरीदने के लिए प्रवेश मिल गया।
स्टेडियम के भीतर भी चार काउंटर लगाए गए थे, जहां लोगों को आसानी से टिकट मिल गए। इससे पहले शहर में होने वाले मैचों के लिए हमेशा लंबी-लंबी लाइनें लगती थीं और रात से ही क्रिकेट के दीवाने होलकर स्टेडियम पर अपना डेरा जमा लेते थे।
टोकन नियम से फायदा यह हुआ कि न तो ज्यादा भीड़ हुई और न ही स्थानीय प्रशासन को डंडे चलाने पड़े। प्रशासन की असली परीक्षा तो मंगलवार को होने वाली है, जब कम दरों के गैलरी के टिकटों के लिए खिड़कियां खुलेंगी।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के मैच के प्रति शहर के क्रिकेट प्रेमियों में किस तरह का जुनून है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शाम 5 बजे भी हिरवानी द्वार पर लोगों की भीड़ थी कि शायद पैवेलियन के टिकट की जुगाड़ हो जाए..यही नहीं कई महिलाएं, बच्चे, युवतियां और परिवार स्टेडियम के मुख्य द्वार पर कौतूहलवश खड़े थे, जबकि टीमें तो शुक्रवार को इंदौर पहुंचने वाली हैं।
स्टेडियम के भीतर और बाहर तमाम तैयारियों को अंतिम रूप प्रदान किया जा रहा था। मैदान को 40 कर्मचारियों ने देर शाम तक पूरा ढंक दिया था। मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के कई अधिकारी तमाम तैयारियों का जायजा ड्रेसिंग रूम के पास बैठकर लेते रहे। सभी की जुबां पर एक ही लफ्ज था कि कहीं बारिश मैच के रोमांच को किरकिरा न कर दे...
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रविवार को मैच खेला जाना है और आने वाले दिनों में सुरक्षा की तैयारियों की शुरुआत भी हो जाएगी। इंदौर की खासियत यही है कि यहां पर क्रिकेट का कोई भी आयोजन हो, दर्शकों की भरपूर दाद मिलती है।
भारत और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट मैच का दृश्य
8 अक्टूबर 2016 को मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने पहली बार भारत और न्यूजीलैंड टेस्ट मैच की मेजबानी की थी। तब भी क्रिकेट का जुनून इस कदर लोगों पर हावी था मानों यह कोई एकदिवसीय मुकाबला हो।
इस टेस्ट मैच में पूरा स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरा हुआ था और पांच दिन का मैच विराट कोहली की सेना ने चार दिन में ही खत्म कर दिया था। लोगों ने भले ही चार दिन मैच देखा, लेकिन उनका पैसा पूरा वसूल हो गया था, क्योंकि भारत ने रिकॉर्ड 321 रनों से जीत दर्ज की थी, वह भी विजयादशमी के दिन...
जिन लोगों ने भी पिछले साल होलकर स्टेडियम में भारत और न्यूजीलैंड के बीच यह टेस्ट मैच देखा होगा, उन्हें भारत की जीत भी याद होगी और स्टेडियम का नजारा भी। 27 हजार दर्शक क्षमता वाला यह स्टेडियम चारों दिन भरा रहा। न्यूजीलैंड की टीम भी दंग रह गई कि किसी टेस्ट मैच के लिए इतने क्रिकेट दीवाने भी जमा हो सकते हैं...
टेस्ट मैच के दौरान होलकर स्टेडियम खचाखच भरा रहा
बहरहाल, भारतीय क्रिकेट टीम के पहले कप्तान कर्नल सीके नायडू की कर्मस्थली और कैप्टन मुश्ताक की जन्मस्थली इंदौर शहर क्रिकेटप्रेमियों का दीवाना शहर है।...और होलकर स्टेडियम एक बार फिर 24 सितंबर को इसी दीवानगी का गवाह बनने जा रहा है बशर्ते इन्द्रदेवता मेहरबान रहें।
पिछले कई दिनों से शहर में कभी रुक-रुककर तो कभी यकायक तेज बारिश के नजारे देखने को मिले। कभी पश्चिमी क्षेत्र बुरी तरह बारिश से भीगा तो पूर्वी क्षेत्र सूखा रहा...22 सितंबर के दिन जोरदार बारिश की भविष्यवाणी की जा रही है लेकिन दूसरी तरफ इंदौर के क्रिकेट दीवाने दुआ कर रहे हैं कि काश यह भविष्यवाणी गलत साबित हो...
मौसम बड़ा बेइमान है...वह कब किस पर मेहरबान हो जाए, कोई नहीं जानता। सोमवार के दिन तो तेज बारिश नहीं हुई लेकिन आने वाले दिनों में बरखा बहार कब आ जाए, कोई नहीं जानता। ऐसा ही 8 अक्टूबर 2016 के ठीक एक दिन पहले भी हुआ था, तब लग रहा था कि भारत-न्यूजीलैंड टेस्ट मैच शायद ही समय पर शुरू हो सके, लेकिन अगले ही दिन तेज धूप खिली और चार दिन तक बारिश नहीं हुई...क्या ऐसा फिर होगा???
चेन्नई में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए पहले एकदिवसीय मैच में भी बारिश ने बाधा डाली लेकिन बारिश आने के पहले भारतीय पारी के 11 रन पर तीन विकेट गिरने के बाद केदार जाधव, हार्दिक पांड्या और एमएस धोनी ने अपनी बल्लेबाजी के जौहर से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर डाला था। यही कारण है कि भारत की जीत ने क्रिकेट प्रेमियों के जोश को कई गुना बढ़ा दिया है।