मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा संचालित इंडियन प्रीमियर लीग का दसवां संस्करण भारत के बजाय विदेश में आयोजित किया जा सकता है। अगला आईपीएल भारत में हो या भारत से बाहर किया जाए, इस बारे में अंतिम फैसला आईपीएल की गवर्निंग बॉडी की मीटिंग में लिया जाएगा।
महाराष्ट्र के तीन शहरों मुंबई, नागपुर और पुणे को आईपीएल के कुल 20 मैचों की मेजबानी करनी थी लेकिन वह पुणे में 1 मई को होने वाले मैच समेत 8 मैच ही संयोजित कर पाएगा। महाराष्ट्र में पानी के संकट को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट ने बीसीसीआई को आदेश दिए थे कि वे मैचों के वेन्यू को बदल दें।
यह पहला अवसर नहीं है जब आईपीएल विवादों में रहा है। कभी मैच फिक्सिंग तो कभी स्पॉट फिक्सिंग के कारण इसने विवादों को जन्म दिया ही है, 2009 में देश में हुए लोकसभा चुनाव के वक्त भी सुरक्षा व्यवस्था नहीं मिल पाने की वजह से इसे दक्षिण अफ्रीका में जाकर आयोजित किया गया था। तब आईपीएल के कमिश्नर ललित मोदी हुआ करते थे।
आईपीएल के मसाला क्रिकेट में दबे-छुपे जमकर सट्टेबाजी होती है। पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद सटोरिए अपना दांव खेलने से बाज नहीं आते। यदि विदेश में आईपीएल का आयोजन होता है तो इससे सबसे ज्यादा सट्टेबाज खुश होंगे क्योंकि विदेशों में सट्टेबाजी पर बैन नहीं है। बहरहाल, आईपीएल देश में होगा या विदेश में, इसका फैसला आईपीएल की संचालन समिति में ही होगा। यदि आईपीएल की फ्रेंचाइजी टीमों का दबाव रहा तो कोई आश्चर्य नहीं कि उसे किसी दूसरे देश में आईपीएल होता दिखाई देगा। (वेबदुनिया न्यूज)