राजकोट। पिछले मैच में अंक तालिका में निचले पायदान पर चल रही किंग्स इलेवन पंजाब के हाथों शिकस्त के बावजूद अंक तालिका में शीर्ष पर चल रही गुजरात लॉयंस की टीम को अगर मंगलवार को यहां दिल्ली डेयरडेविल्स की मजबूत टीम के खिलाफ जीत के साथ अपने घरेलू अभियान का अंत जीत के साथ करना है तो अपनी कमजोरियों से पार पाना होगा।
रविवार को पंजाब के खिलाफ 23 रन की हार के साथ टीम का लगातार 3 जीत का अभियान रुक गया। इस हार के बावजूद हालांकि टीम 8 मैचों में 12 अंक के साथ शीर्ष पर चल रही है। दूसरी तरफ दिल्ली की टीम ने भी बेहतर प्रदर्शन किया है और 6 मैचों में 4 जीत से 8 अंक के साथ तीसरे स्थान पर है।
गुजरात लॉयंस की बल्लेबाजी अब तक आक्रामक सलामी बल्लेबाजों ब्रैंडन मैक्कुलम और ड्वेन स्मिथ के इर्द-गिर्द घूमी है। जब इन दोनों ने अच्छा प्रदर्शन किया तो टीम 200 के आसपास के लक्ष्य को भी हासिल करने में सफल रही।
मैक्कुलम और स्मिथ दोनों हालांकि रविवार को पंजाब के खिलाफ नाकाम रहे और टीम को दिल्ली के खिलाफ इनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी। कप्तान सुरेश रैना और दिनेश कार्तिक ने मध्य क्रम में उपयोगी योगदान दिया है, लेकिन टीम की मुख्य चिंता ऑलराउंडरों ड्वेन ब्रावो और रवीन्द्र जडेजा की फॉर्म है। ब्रावो और जडेजा ने गेंदबाजी से तो प्रभावित किया है लेकिन बल्ले से बुरी तरह नाकाम रहे हैं।
गेंदबाजी की बात करें तो प्रवीण कुमार और धवल कुलकर्णी की जोड़ी शुरुआत में अपना काम कर रही है जबकि बाएं हाथ के चाइनामैन गेंदबाज शिविल कौशिक ने पंजाब के खिलाफ 4 ओवर में 20 रन देकर 3 विकेट चटकाते हुए प्रभावित किया। दिल्ली की टीम हालांकि घरेलू मैदान पर लॉयंस के खिलाफ 1 रन की हार का बदला चुकता करने के इरादे से उतरेगी।
राहुल द्रविड़ के मार्गदर्शन और जहीर खान के नेतृत्व में खेल रही डेयरडेविल्स की टीम ने इस बार पिछले सत्रों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। टीम ने 6 में से 4 मैच जीते हैं और अब तक उसे सिर्फ गुजरात लॉयंस और कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा है।
सत्र का पहला शतक जड़ने वाले क्विंटन डिकॉक इस फॉर्म को दोहराने में नाकाम रहे हैं जबकि दूसरे सलामी बल्लेबाज श्रेषस अय्यर खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं।
युवा करुण नायर, संजू सैमसन और दक्षिण अफ्रीका के जेपी डुमिनी ने कुछ उपयोगी पारियां खेली हैं जबकि पिछले मैच में युवा सैम बिलिंग्स ने इस सत्र में टीम की ओर से पहला मैच खेलते हुए 34 गेंदों में 54 रन बनाए।
अंतिम एकादश में वापसी कर रहे वेस्टइंडीज के कार्लेस ब्रेथवेट ने भी पिछले मैच में केकेआर के खिलाफ 11 गेंदों में 34 रन बनाए। ऑलराउंडर क्रिस मौरिस ने भी प्रभावित किया है और लॉयंस के खिलाफ पिछले मैच में उन्होंने 32 गेंद में नाबाद 82 रन बनाए थे।
टीम का गेंदबाजी आक्रमण भी मजबूत है जिसमें कप्तान जहीर के अलावा मोहम्मद शमी, मौरिस और ब्रेथवेट शामिल हैं। टीम के पास इसके अलावा अमित मिश्रा और दक्षिण अफ्रीका के इमरान ताहिर के रूप में दो विश्वस्तरीय स्पिनर भी हैं।