आगरकर ने सोमवार को सम्मेलन में कहा कि मैच की परिस्थितियों और हालात के कारण भले ही अश्विन ठीक प्रदर्शन न कर पा रहे हों, लेकिन मुझे नहीं लगता कि ऐसा भरोसे की कमी के कारण हुआ है। धोनी को अश्विन पर अभी भी पूरा भरोसा है। जब पुणे की टीम मुंबई पिछले महीने वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेलने के लिए यहां आई थी तो यह तेज गेंदबाजों की विकेट थी। अश्विन की गेंदबाजी की जरूरत नहीं थी।
आगरकर ने कहा कि आपको याद रखना होगा कि जब आईपीएल मैच चेन्नई में स्पिन को मदद करने वाली पिच पर खेले गए थे तो वे गेंदबाजी की शुरुआत करते थे। हालात मायने रखते हैं। विश्व ट्वेंटी-20 विश्वकप के सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ अश्विन ने पॉवरप्ले में केवल दो ओवर गेंदबाजी की थी और 20 रन लुटाए थे, इसलिए धोनी ने उन्हें दोबारा गेंदबाजी के लिए नहीं लगाया था।