विशाखापट्टनम। सनराइजर्स हैदराबाद ने मंगलवार को आईपीएल नौ के रोमांचक मुकाबले में महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स की टीम को 4 रन से हरा दिया। पुणे की 11 मैचों में यह आठवीं हार है। इस हार के बाद धोनी की टीम पर आईपीएल से बाहर होने का खतरा मंडराने लगा है। जीत के लिए मिले 138 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही पुणे की टीम 8 विकेट खोकर 133 रन ही बना सकी।
पुणे की टीम को अंतिम ओवर में जीतने के लिए 14 रनों की आवश्यकता थी। मैदान पर धोनी खुद मौजूद थे लेकिन आशीष नेहरा ने तीन विकेट लेकर उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। नेहरा ने थिसारा परेरा (17), धोनी (30) और एडम जम्पा (0) को पैवेलियन की राह दिखाई। पुणे के लिए सबसे ज्यादा 34 रन जॉर्ज बेली ने बनाए। पुणे के जम्पा को 6 विकेट लेने के कारण मैच 'मैन ऑफ द मैच' घोषित किया गया।
पुणे की शुरुआत खराब रही और उसके सलामी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे बिना खाता खोले ही भुवनेश्वर कुमार का शिकार बने। इसके बाद पुणे ने 19 रन के स्कोर पर अपने दूसरे बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा (11) को रन आउट के रूप में गंवा दिया। ख्वाजा ने आठ गेंदों में दो चौके लगाए।
तीसरे विकेट के रुप में जॉर्ज बैली (34) ने रविचन्द्रन अश्विन (29) के साथ 8.0 ओवर में 49 रन की साझेदारी की। बैली ने तीन चौका और एक छक्का लगाया। अश्विन ने 25 गेंदों में 29 रन की अपनी पारी में तीन चौके लगाए। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (30) ने 20 गेंदों में एक चौका और दो छक्के लगाए।
धोनी ने तिषारा परेरा (17) के साथ 4.3 ओवर में 40 रन की साझेदारी की लेकिन वे अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके और अंतिम ओवर में रन आउट हो गए।
परेरा ने 13 गेंदों में एक छक्का लगाया।
हैदराबाद की तरफ से आशीष नेहरा ने चार ओवर में 29 रन देकर तीन खिलाड़ियों को आउट किया। इसके अलावा भुवनेश्वर कुमार ने एक मैडन रखते हुए 20 रन पर एक विकेट, शरण ने 20 रन पर एक विकेट और हेनरिक्स ने तीन ओवर में 20 रन पर एक विकेट हासिल किया।
इससे पूर्व राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स के लेग स्पिनर एडम जम्पा कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का तुरूप का पत्ता साबित हुए और उन्होंने मात्र 19 रन पर छह विकेट लेने का करिश्माई प्रदर्शन करते हुए सनराइजर्स हैदराबाद को आठ विकेट पर 137 रन पर रोक दिया था।
जम्पा ने चार ओवर में मात्र 19 रन देकर छह विकेट लिए और अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर डाला। आईपीएल के नौ साल के इतिहास में यह दूसरा मौका है जब किसी गेंदबाज ने छह विकेट झटके हैं। इससे पहले पाकिस्तान के सोहेल तनवीर ने राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेलते हुए 2008 में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 14 रन पर छह विकेट लिए थे।
24 वर्षीय जम्पा ने अपना पहला विकेट युवराज सिंह (23) के रूप में 16वें ओवर में लिया। उनहोंने 18वें ओवर में केन विलियम्सन (32) और मोएसिस हेनरिक्स (10) को लगातार गेंदों पर आउट किया। इस युवा स्पिनर ने फिर आखिरी ओवर की दूसरी, चौथी और छठी गेंद पर दीपक हुड्डा (14), नमन ओझा (7) और भुवनेश्वर कुमार (1) को आउट किया। जम्पा का इससे पहले करियर में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 23 रन पर तीन विकेट था।
पुणे के सीनियर स्पिनर रविचन्द्रन अश्विन ने कंजूसी के साथ गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में मात्र 16 रन देकर शिखर धवन (33) का विकेट लिया। हैदराबाद के कप्तान डेविड वार्नर (11) को आरपी सिंह ने आउट किया। धवन ने 27 गेंदों की अपनी पारी में दो चौके और दो छक्के, विलियम्सन ने 37 गेंदों में तीन चौके, युवराज ने 21 गेंदों में एक चौका और दो छक्के तथा हुड्डा ने दो छक्के लगाए। (वार्ता)