प्लेऑफ में जगह पक्की करने उतरेगी हैदराबाद

गुरुवार, 19 मई 2016 (19:03 IST)
रायपुर। आईपीएल नौ में शानदार प्रदर्शन कर रही सनराइजर्स हैदराबाद की टीम शुक्रवार को यहां पस्त दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ जीत के साथ प्लेऑफ में अपना स्थान पक्का करने के लिए उतरेगी।
   
       
हैदराबाद की टीम ने अपने पिछले मुकाबले में किंग्स इलेवन पंजाब को सात विकेट से पराजित कर अपनी आठवीं जीत दर्ज की थी और वह 12 मैचों में सर्वाधिक 16 अंकों के साथ शीर्ष पर चल रही है। हैदराबाद की टीम का दावा प्लेऑफ के लिए काफी मजबूत है और दिल्ली के खिलाफ जीत उसे पक्का कर देगा।
          
लेकिन दिल्ली यदि हैदराबाद से मैच हारती है तो वह लगभग प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो जाएगी। दिल्ली के 12 मैचों में छह अंकों के साथ छठे स्थान पर है और उसकी स्थिति काफी नाजुक है। दिल्ली के लिए उम्मीदें बनाए रखने के लिए  अपने शेष दोनों मैच जीतने के साथ ही बाकी टीमों के परिणामों पर भी काफी निर्भर रहना होगा। टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स के हाथों वर्षा प्रभावित मैच में 19 रन से पिछला मैच हारने के बाद दिल्ली की स्थिति सबसे अधिक प्रभावित हुई है। 
          
मौजूदा समीकरणों को देखा जाए तो हैदराबाद और दिल्ली दोनों के लिए ही यह बेहद अहम मुकाबला होगा। लेकिन दोनों की स्थितियों में काफी फर्क है और शीर्ष पर चल रही डेविड वार्नर की कप्तानी वाली हैदराबाद निश्चित ही मजबूत स्थिति में है। टूर्नामेंट में आगे बढ़ने के साथ ही उसने अपने खेल के हर विभाग में व्यापक सुधार किया है और यह अब नहीं कहा जा सकता है कि मात्र उसका गेंदबाजी क्रम मजबूत है।
           
पंजाब के खिलाफ पिछले मुकाबले में हैदराबाद ने पंजाब से मिले 180 रन के बड़े लक्ष्य को 20 ओवर पूरा होने से पहले ही मात्र तीन विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया था। कप्तान डेविड वार्नर लगातार अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं तो शिखर धवन, दीपक हुड्डा और मध्यक्रम में स्टार ऑलराउंडर युवराज सिंह से उन्हें अच्छी मदद मिल रही है। 
 
पिछले मैच में 52 रन की अर्धशतकीय पारी खेलने वाले कप्तान वॉर्नर 12 मैचों में 56.70 के औसत से 567 रन बनाकर टीम के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर हैं और उनके इस स्कोर में छह अर्धशतक शामिल हैं। टूर्नामेंट में धीमी शुरूआत करने वाले शिखर धवन का नंबर दूसरा है जिन्होंने 50.25 के औसत से 402 रन बनाए हैं। बल्लेबाजी क्रम में हैदराबाद के पास दीपक, मोएसिस हैनरिक्स और युवराज के रूप में भी कई बेहतरीन खिलाड़ी हैं।
         
मध्यक्रम में युवराज ने अब तक पांच मैचों में नाबाद 42, आठ, 23 और 39 रन की अहम पारियां खेली हैं। उन्होंने पिछले मैच में 24 गेंदों में तीन चौके और तीन छक्के लगाकर नाबाद 42 रन बनाए  थे और बड़े लक्ष्य तक पहुंचने में अहम भूमिका निभाई थी। युवराज की यह फार्म टूर्नामेंट के आखिरी पड़ाव पर बेहद अहम है और टीम के लिए  भी शुभ संकेत की तरह है।
          
अपने मजबूत गेंदबाजी क्रम के लिए मशहूर हैदराबाद के लिए मुस्ताफिजुर रहमान, हैनरिक्स और भुवनेश्वर कुमार निरंतर कमाल कर रहे हैं। टूर्नामेंट में टीम के लिए पहले मैच से लेकर अब तक अच्छा खेल रहे बंगलादेशी गेंदबाज 21.42 के औसत से 14 विकेट लेकर और भुवनेश्वर 22.18 के औसत से 16 विकेट लेकर सबसे सफल हैं। तीसरे नंबर पर हैनरिक्स हैं जो अब तक 10 विकेट ले चुके हैं।
           
अनुभवी तेज गेंदबाज 36 वर्षीय आशीष नेहरा भी बतौर सीनियर खिलाड़ी अपनी भूमिका बखूबी निभा रहे हैं और अहम मौकों पर उनकी अहमियत भी दिखाई दे रही है। वह पिछले मैच में 2.5 ओवर में 35 रन देकर कुछ महंगे साबित हुए थे लेकिन नेहरा ने पिछले आठ मैचों में नौ विकेट लिए हैं तथा बरिंदर शरण ने नौ मैचों में नौ विकेट लिए हैं और गेंदबाजी क्रम में अहम खिलाड़ी हैं जो दिल्ली के बल्लेबाजों पर हर तरह से दबाव बनाने की क्षमता रखते हैं।
 
दूसरी ओर दिल्ली की फिलहाल दशा और दिशा दोनों खराब लग रही है जो छठे नंबर तक खिसक गई है। पुणे के खिलाफ पिछले मैच में उसके बल्लेबाजों ने बेहद खराब प्रदर्शन किया और टीम 20 ओवर में मात्र 121 का मामूली स्कोर बना सकी। इसके बाद बारिश ने भी टीम का खेल बिगाड़ दिया और डकवर्थ लुईस नियम से पुणे मात्र 58 रन के लक्ष्य को आसानी से हासिल कर मैच जीत गई।
            
इस बेहद अहम मुकाबले में दिल्ली के बल्लेबाजों ने लड़ने का कोई जज्बा नहीं दिखाया और ओपनिंग जोड़ी क्विंटन डी काक और श्रेयस अय्यर पहले विकेट के लिए चार रन ही जोड़ सके। करूण नायर (41) और सातवें नंबर पर क्रिस मौरिस (नाबाद 38) रन बनाकर ही टीम को 100 के पार ले जा पाए। हैदराबाद के खिलाफ करो या मरो के मुकाबले में दिल्ली को हर विभाग में बेहतर खेल दिखाना होगा।
         
दिल्ली पर इस बात का भी दबाव रहेगा कि वह तालिका में शीर्ष पर चल रही टीम से भिड़ने जा रही है। जहीर खान की कप्तानी वाली टीम के पास डी कॉक, श्रेयस, संजू सैमसन, डुमिनी, मौरिस, जहीर और अमित मिश्रा के रूप में अच्छे बल्लेबाज और गेंदबाज मौजूद हैं। लेकिन टीम को दबाव में प्रदर्शन करना सीखना होगा। 
          
डी कॉक टीम के सबसे अच्छे स्कोरर हैं जिन्होंने पिछली पांच पारियों में 2, 40, 44, 52, 46 रन बनाए हैं। जरूरी है कि बाकी बल्लेबाज ओपनिंग क्रम पर निर्भरता को कम करें और मध्यक्रम में भी खिलाड़ी अच्छा खेलें। डुमिनी की फार्म जरूर चिंता का विषय है जिन्होंने 14, 9, 34 और नाबाद 13 रन की पारियां ही खेली हैं। वहीं गेंदबाजों में सबसे सफल मौरिस (12 विकेट) और स्पिनर मिश्रा (13 विकेट) हैं। उम्मीद है कि ये खिलाड़ी हैदराबाद को बराबरी की टक्कर दे सकेंगे। (वार्ता)

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