आईपीएल : राइजिंग पुणे ने थामा दिल्ली डेयरडेविल्स का विजय रथ

शुक्रवार, 6 मई 2016 (00:42 IST)
नई दिल्ली। विश्वसनीय बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे की नाबाद 63 रन की संयमित पारी और कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के तूफानी 27 रनों की बदौलत राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स ने दिल्ली डेयरडेविल्स का विजय रथ यहां फिरोजशाह कोटला मैदान में गुरुवार को आईपीएल-9 मुकाबले में सात विकेट की जीत के साथ थाम लिया।
             
दिल्ली ने सात विकेट पर 162 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया लेकिन एक दुर्भाग्यपूर्ण फैसले के चलते दिल्ली को हार को गले लगाना पड़ा। पुणे ने 19.1 ओवर में तीन विकेट पर 166 रन बनाकर जीत अपने नाम की। दिल्ली की आठ मैचों में यह तीसरी हार है जबकि पुणे की नौ मैचों में यह तीसरी जीत है।
 
अपने खिलाड़ियों की चोटों से परेशान और लगातार पराजयों से हलकान पुणे की टीम ने आखिर जीत का स्वाद चखा और खुद को मुकाबले में बनाए रखा। पुणे की जीत का श्रेय पूरी तरह रहाणे को जाता है, जिन्होंने एक छोर संभालकर खेलते हुए 48 गेंदों में सात चौकों की मदद से नाबाद 63 रन की बेशकीमती पारी खेली। 
 
कप्तान धोनी ने 20 गेंदों पर 27 रन में एक चौका और दो छक्के लगाए जबकि उस्मान ख्वाजा ने 27 गेंदों में दो चौकों और एक छक्के की मदद से 30 रन, सौरभ तिवारी ने 18 गेंदों में 21 रन और तिषारा परेरा ने पांच गेंदों में दो छक्कों की मदद से नाबाद 14 रन बनाए।
 
रहाणे ने एक छोर संभालकर खेलते हुए ख्वाजा के साथ पहले विकेट के लिए 59 रन, तिवारी के साथ दूसरे विकेट के लिए 45 रन, धोनी के साथ तीसरे विकेट के लिए 42 रन और परेरा के साथ चौथे विकेट के लिए अविजित 20 रन की साझेदारी की। 
 
पुणे और रहाणे का भाग्य मजबूत रहा जब टीम के 125 के स्कोर पर रहाणे सैम बिलिंग्स के सीधे थ्रो पर रन आउट हो गए थे लेकिन अंपायर ने यह मामला तीसरे अंपायर के सुपुर्द नहीं किया और रहाणे बाल-बाल बच गए। उस समय रहाणे का स्कोर 56 रन था। यदि अंपायर इस फैसले को तीसरे अंपायर को सौंपते तो निश्चित रूप से रहाणे आउट हो जाते और पुणे के लिए मुश्किलें बढ़ जातीं।
       
रहाणे ने अपने 50 रन 38 गेंदों में छह चौकों की मदद से पूरे किए। उनका इस सत्र में यह पांचवा अर्धशतक था। रहाणे ने उस्मान ख्वाजा को 59 के स्कोर पर गंवाया जब लेग स्पिनर अमित मिश्रा की गेंद पर ख्वाजा स्टंप हो गए। सौरभ तिवारी को लेग स्पिनर इमरान ताहिर की गेंद पर सैम बिलिंग्स ने कैच किया।
      
कप्तान धोनी ने मैदान पर आने के साथ ही पवन नेगी पर सीधे जोरदार छक्का मारा। धोनी ने 18वें ओवर में तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की गेंद पर चौका और छक्का उड़ाया। इसी ओवर में पुणे का पांच रन वाइड से मिले। इस ओवर में पड़े 20 रन मैच का टर्निंग प्वाइंट साबित हुए। धोनी 19वें ओवर की पहली गेंद पर ताहिर का शिकार बने। बिलिंग्स ने सीमा रेखा पर धोनी का बेहतरीन कैच लपका। तिषारा परेरा ने आने के साथ ही ताहिर के ओवर में दो छक्के मारकर दिल्ली का संघर्ष समाप्त कर दिया।
        
20वें ओवर की पहली गेंद नो बॉल रही और पुणे के बल्लेबाजों ने एक रन भी लिया जिससे स्कोर बराबर हो गया। रहाणे ने विजयी चौका मारकर मैच समाप्त कर दिया। दिल्ली के लिए ताहिर ने 26 रन पर दो विकेट और मिश्रा ने 28 रन पर एक विकेट लिया। दिल्ली को अपने कप्तान जहीर खान की कमी काफी खली जो चोट के कारण इस मैच से बाहर रहे।
 
इससे पहले दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स की सधी गेंदबाजी और चुस्त क्षेत्ररक्षण के सामने सात विकेट पर 162 रन का स्कोर ही बना सकी। दिल्ली के नियमित कप्तान जहीर खान चोट के कारण इस मैच में खेलने नहीं उतरे और उनकी जगह दक्षिण अफ्रीकी ऑलराउंडर जेपी डुमिनी ने दिल्ली की कमान संभाली। पुणे के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का फैसला किया। पुणे के गेंदबाजों ने दिल्ली को एक भी बड़ी साझेदारी बनाने का मौका नहीं दिया।
       
कप्तान डुमिनी ने 32 गेंदों पर 34 रन की संयमित पारी में सिर्फ एक चौका लगाया। करुण नायर ने 23 गेंदों पर 32 रन में पांच चौके लगाए। युवा विकेटकीपर संजू सैमसन ने 17 गेंदों पर 20 रन की पारी में तीन चौके जड़े।
        
इस मैदान पर पिछले मैच में अर्धशतक बनाने वाले सैम बिलिंग्स ने मात्र 15 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के उड़ाते हुए 24 रन ठोके जबकि कार्लोस ब्रैथवेट ने आठ गेंदों पर 20 रन की आतिशी पारी में तीन छक्के उड़ाए। बिलिंग्स ने 13वें ओवर में ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की गेंदों पर लगातार दो छक्के उड़ाए जबकि ब्रैथवेट ने लेग स्पिनर मुरुगन अश्विन के पारी के 17वें ओवर में मिड ऑन के ऊपर से दो छक्के मारे और फिर अगले ओवर में स्कॉट बोलैंड पर एक छक्का जड़ा।
              
दो मैच तक टीम से बाहर रहने के बाद इस मैच के लिए अंतिम एकादश में लौटे ऑलराउंडर पवन नेगी ने आखिरी ओवर में अशोक डिंडा की गेंदों पर एक छक्का और एक चौके सहित कुल 13 रन ठोंके और दिल्ली को 162 पर पहुंचाया। नेगी 12 गेंदों में 19 रन बनाकर नाबाद रहे।
        
टॉस हारने के बाद दिल्ली की शुरुआत अच्छी नहीं रही और गुजरात लॉयंस के खिलाफ उनकी पिछली जीत के हीरो युवा बल्लेबाज रिषभ पंत मात्र दो रन बनाकर डिंडा की गेंद पर बोल्ड हो गए। सैमसन ने विकेट पर जमने के बाद बोलैंड की गेंद पर रविचंद्रन अश्विन को आसान कैच थमा दिया।
       
करुण नायर ने दसवें ओवर में रजत भाटिया पर शानदार शॉट लगाया लेकिन कवर बाउंड्री पर तिषारा परेरा ने उतना ही शानदार कैच लपका। सैम बिलिंग्स ने कुछ जोरदार शॉट खेले लेकिन बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने रिवर्स शॉट खेलकर अजिंक्या रहाणे को सीमा रेखा पर कैच थमा दिया। बिलिंग्स का विकेट रजत भाटिया ने लिया।
     
ब्रैथवेट ने तीन शानदार छक्के लगाए लेकिन बोलैंड की गेंद पर परेरा के हाथों लपके गए। डुमिनी को रहाणे ने अपने सीधे थ्रो से और जयंत यादव को सौरभ तिवारी ने अपने सटीक थ्रो से रन आउट किया। नेगी ने अपनी उपयोगिता साबित करते हुए कुछ अच्छे शॉट खेलकर दिल्ली की टीम को लड़ने लायक स्कोर तक पहुंचाया। दिल्ली ने पॉवरप्ले में 48 रन बनाए थे जबकि दस ओवर में 69 रन बने थे। दिल्ली ने अगले दस ओवर में 93 रन जोड़े।
      
भाटिया ने चार ओवर में 22 रन पर दो विकेट, बोलैंड ने 31 रन पर दो विकेट और डिंडा ने चार ओवर में 34 रन पर एक विकेट लिया। दोनों स्पिनरों में रविचंद्रन अश्विन ने चार ओवर में 34 रन और मुरुगन ने तीन ओवर में 31 रन दिए। (वार्ता)

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