चेन्नई। 'भगवान जब देता है तो छप्पड़ फाड़कर देता है', यह कहावत तमिलनाडु के रहस्यमयी स्पिनर वरुण चक्रवर्ती के साथ उस वक्त चरितार्थ हो गई, जब उन्हें जयपुर में हुई आईपीएल12 के लिए हुई नीलामी में किंग्स इलेवन पंजाब ने 8 करोड़ 40 लाख रुपए बोली लगाकर खरीद लिया। वरुण की खासियत यह है कि वह मैच में 7 तरह की गेंदें फेंक सकते है। यही कारण है कि उन्हें बेस प्राइस से 40 गुना अधिक की कीमत मिली। उन्हें तो महज 20 लाख रुपए मिलने की उम्मीद थी लेकिन उनके कद्रदानों ने उन्हें लखपति से करोड़पति बना डाला।
करोड़ों का दांव लगने सोचा भी नहीं था : चेन्नई में जैसे ही वरुण चक्रवर्ती को किंग्स इलेवन पंजाब द्वारा 8 करोड़ 40 लाख रुपए में खरीदे जाने की खबर लगी, उनके पैर जमीं पर नहीं पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह सब एक सपने जैसा लग रहा है क्योंकि मैं तो क्रिकेट बिरादरी का अनजान खिलाड़ी हूं। मुझे आशा थी कि 20 लाख की बेसप्राइस पर मुझे कोई टीम खरीद लेगी लेकिन करोड़ों का दांव लगने का तो कभी सोचा भी नहीं था...
आर्किटेक्ट फील्ड छोड़कर क्रिकेटर बने : वरुण आर्किटेक्ट की फील्ड छोड़कर क्रिकेटर बने हैं। विजय हजारे ट्रॉफी में 22 विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन करने वाले अरुण ने 7 वेरिएशन से गेंदबाजी करने के हुनर से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। नीलामी के बाद वरुण ने कहा कि यह मेरे लिए यह बड़ा मौका है। मैं शब्दों में अपनी खुशी बयान नहीं कर सकता। मैंने आर अश्विन जैसे खिलाड़ियों से बहुत कुछ सीखा है, जो किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान हैं। मैं अंतरराष्ट्रीय सितारों से काफी कुछ सीख सकता हूं ताकि बेहतर क्रिकेटर बन सकूं।
दिग्गजों के साथ ड्रेसिंग रूम बांटने को बेताब : शुरुआत में मध्यम तेज गेंदबाज रहे चक्रवर्ती बाद में स्पिनर बने। चोट के कारण उन्हें ऐसा करना पड़ा और यह उनके लिये वरदान साबित हुआ। उन्होंने कहा कि मैंने मध्यम तेज गेंदबाजी छोड़कर स्पिन गेंदबाजी शुरू की क्योंकि मुझे लगा कि इससे घुटने पर कम दबाव पड़ेगा। यह फैसला काफी अच्छा साबित हुआ। विजय हजारे ट्रॉफी में मेरे प्रदर्शन पर आईपीएल टीमों की नजर गई। मैं क्रिकेट के दिग्गजों के साथ ड्रेसिंग रूम बांटने को बेताब हूं।