ईशांत पर दोनों बार खिलाड़ियों और खिलाड़ियों के सहयोगी स्टाफ से जुड़े आईसीसी आचार संहिता के नियम 2-1-7 के लेवल एक के उल्लंघन का आरोप लगा जो अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान ऐसी भाषा या इशारे के इस्तेमाल से संबंधित है जिससे आउट होने वाला बल्लेबाज अपमानित महसूस करे या जिसके कारण उसे आक्रामक प्रतिक्रिया देने के लिए उकसाया जाए।
दिन का खेल खत्म होने के बाद ईशांत ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और प्रस्तावित सजा स्वीकार की, जिससे औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी। ईशांत अगर 12 महीने के भीतर नियम 2-1-7 के अंतर्गत एक और अपराध करते हैं तो यह उनका तीसरा अपराध होगा और उन्हें दो से आठ निलंबन अंक की सजा मिलेगी।