भारत के हालात तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर के अनुकूल नहीं : कैलिस

मंगलवार, 4 अगस्त 2015 (21:00 IST)
नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका के महान ऑलराउंडर जैक कैलिस का मानना है कि उप महाद्वीप के हालात तेज गेंदबाज ऑलराउंडर तैयार करने के अनुकूल नहीं हैं, जिसका खामिया भारतीय क्रिकेट टीम को काफी समय से उठाना पड़ रहा है।
कपिल देव के संन्यास के बाद सिर्फ इरफान पठान ने भी खेल के दोनों विभागों में अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता दिखाई थी लेकिन बाद में चोटों के कारण वह भी टीम से बाहर हो गए। भारतीय वनडे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी हमेशा से वास्तविक ऑलराउंडर की कमी के कारण टीम का संतुलन प्रभावित होने की बात कहते रहे हैं।
 
खेल के इतिहास के महानतम ऑलराउंडरों में से एक कैलिस ने बातचीत के दौरान कहा, ‘भारतीय हालात में तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर तैयार करना मुश्किल है। मैंने कई बार भारत का दौरा किया है, जिससे यहां के हालात की जानकारी है। यहां की पिचें निश्चित तौर पर तेज गेंदबाजों के अनुकूल नहीं हैं। गर्मी और उमस ऐसा क्रिकेटर बनने में बाधा उत्पन्न करती हैं जो दोनों कौशल पर बराबरी का ध्यान दे पाए।’ 
 
कैलिस ने कहा, ‘ऑलराउंडर के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह अपने शरीर को समझे और इसी के अनुसार काम करे। उप महाद्वीप के हालात में खेल के दोनों पहलुओं पर बराबरी का प्रयास करना आपके शरीर पर असर डाल सकता है। इसके बाद क्रिकेटर को फैसला करना होता है कि कौन का विभाग- बल्लेबाजी या गेंदबाजी उसके लिए अधिक महत्वपूर्ण है।’ मौजूदा विश्व क्रिकेट में शीर्ष ऑलराउंडर के बारे में पूछने पर कैलिस ने किसी एक का नाम नहीं लिया।
 
दक्षिण अफ्रीका की ओर से 166 टेस्ट में 45 शतक की मदद से 13289 रन बनाने वाले और 292 विकेट चटकाने वाले कैलिस ने कहा, ‘कुछ हैं लेकिन आजकल वास्तविक ऑलराउंडर कम ही दिखते हैं। साथ ही जब कोई ऑलराउंडर बनना चाहता है तो उसे स्पष्ट होना होगा कि वह किस तरह का ऑलराउंडर बनना चाहता है।’
 
आईपीएल में केकेआर के मेंटर की भूमिका निभाने वाले कैलिस ने कहा, ‘यह इस तरह हो सकता है कि कोई अपनी गेंदबाजी पर ध्यान देना चाहता है और धीरे-धीरे बल्लेबाजी में सुधार करना चाहता है। इसका विपरीत भी हो सकता है। यह खिलाड़ी का फैसला होता है।’ (भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें