मशहूर क्रिकेट कमेंटेटर हर्षा भोगले ने कहा कि ऐसे हालातों में भी अगर टीम इंडिया एक औसत से अच्छी टीम ऑस्ट्रेलिया में खिला रही है तो यह पिछले 3-4 सालों के ए दौरों के कारण हो पा रहा है। इस कदम से प्रथम श्रेणी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के स्तर का अंतर कम हुआ है। इसके अलावा राहुल द्रविड़ ने जो सिखाया है उसका योगदान कोई कैसे भूल सकता है।
इस ट्वीट को रीट्वीट करके पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर ने कहा कि राहुल द्रविड़ कमेंट्री बॉक्स से खेल का विश्लेषण कर सकते थे लेकिन उन्होंने प्रतिभावान खिलाड़ियों का विश्लेषण किया और उनको भारतीय क्रिकेट को लगातार मैच में उतरने वाले खिलाड़ी प्रदान किए। राहुल के अलावा रवि शास्त्री, विराट और बी अरूण भी धन्यवाद के पात्र हैं। (वेबदुनिया डेस्क)