उमेश के अंतिम ओवर में बारे में पूछने पर बुमराह ने सीनियर साथी का बचाव करते हुए कहा, ऐसा हो जाता है, किसी भी हालात में अंतिम ओवर में गेंदबाजी करना हमेशा मुश्किल होता है। यह दोनों तरफ जा सकता है और कभी कभार तो इसमें आधी-आधी संभावनाएं ही होती हैं।
उन्होंने कहा, ‘आप अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश करते हो और आप अपनी रणनीति में स्पष्ट होते हो। कुछ दिन तो यह कारगर होता है और कई दिन यह कामयाब नहीं हो पाता। इसके बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। हम मैच का अंत अपने पक्ष में करना चाहते थे लेकिन यह नहीं हो सका तो कोई बात नहीं।’
उन्होंने कहा, ‘जब आपके सामने लक्ष्य होता है तो यह थोड़ा अलग होता है। यह छोटा लक्ष्य था, इसलिए एक बाउंड्री लगाने के बाद आपको ज्यादा जोखिम उठाने की जरूरत नहीं थी। लेकिन पहले बल्लेबाजी करते हुए हम चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाने की कोशिश कर रहे थे इसलिए शायद यह थोड़ा अलग था। वे बाउंड्री लगाने के बाद स्ट्राइक रोटेट कर रहे थे।’ (भाषा)