झूलन ने कहा, जब हम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हैं तो दबाव होता है। हम दूसरी बार फाइनल (2005 के बाद) में थे। 12 साल बाद मैचों का प्रसारण हो रहा था और सभी ने इन्हें देखा। यह महिला क्रिकेट के लिए सर्वश्रेष्ठ चीज है।
उन्होंने कहा, आईसीसी ने जिस तरह इस विश्व कप का आयोजन किया और महिला क्रिकेट का प्रचार किया। महिला क्रिकेट के लिए नई राह तैयार होगी और सभी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। भारत की सबसे अनुभवी गेंदबाज झूलन ने तेज गेंदबाजों मानसी जोशी और शिखा पांडे की तारीफ भी की और उन्हें मैच विजेता करार दिया।
उन्होंने कहा, हमारे ऊपर दबाव था, हमने काफी तैयारी की थी। मैं पिछले दो साल से अभ्यास कर रही थी, पारी की शुरुआत कैसे करनी है, पावर प्ले में कैसे खेलना है। इंग्लैंड में विकेट अलग हैं और गेंद स्विंग करती है और फिर बारिश भी होती है।