इस अवसर पर पूर्व भारतीय कप्तान अजित वाडेकर, सुनील गावस्कर और नरी कांट्रैक्टर भी मौजूद थे। 1993 के विश्व कप में टीम इंडिया की कप्तानी करने वाले कपिल ने शानदार प्रदर्शन कर भारत को क्रिकेट का सिरमौर बनाया था। उन्हें देश का सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर माना जाता है।
सम्मान ग्रहण के पश्चात कपिल ने कहा, "इस देश में ऐसा कोई नहीं है जो सुनील गावस्कर नहीं बनना चाहता है। काफी लोग आएंगे लेकिन यह नाम (सुनील) हमेशा शीर्ष पर रहेगा। हमारे अंदर खेल के लिए जुनून था और हम पुरस्कारों या किसी और चीज पर ध्यान नहीं देते थे। उस समय हमारे अंदर काफी जुनून था। जब हमारी सफलता से लोगों को खुशी मिलती है तब हमें गर्व होता था।"