पूर्व ऑलराउंडर ने कहा, जब किसी बड़े अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई बैठक होती है तो क्या आप यह कह सकते हैं कि हम वहां इसलिए नहीं जाएंगे, क्योंकि पाकिस्तान उसमें हिस्सा ले रहा है। विश्व कप दो देशों का टूर्नामेंट नहीं है और यह अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट है। अब आपको फैसला करना है कि आपको पाकिस्तान से विश्व कप में खेलना है या नहीं।
कपिल ने कहा, पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने का मुद्दा फिलहाल बहुत संवेदनशील है। हमें कुछ चीजें सरकार पर छोड़ देनी चाहिए। सरकार को हमने ही चुना है। सरकार यदि अच्छा फैसला लेगी तो उसकी तारीफ होगी और यदि नहीं लेगी तो उसे आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ेगा।
पूर्व कप्तान ने कहा, हमारे देश में सलाह देने वालों की कोई कमी नहीं है। जिसने कभी बल्ला नहीं पकड़ा वह भी सलाह दे रहा है। इसी तरह हम भी राजनीति पर सलाह नहीं दे सकते। देश की जो राय रहेगी मैं उसके साथ खड़ा रहूंगा।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ बातचीत करने के मुद्दे पर कपिल ने कहा, मैं इमरान से बात नहीं कर सकता। वह भले ही मेरे दोस्त हैं लेकिन वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री है। यहां दो देशों के बीच की बात है। मैं इसमें बात नहीं कर सकता। अगर मेरी सरकार भेजेगी तभी मैं जाऊंगा।