पीसीबी के कानूनी सलाहकार तफाजुल रिजवी ने बताया कि जमशेद की स्पॉट फिक्सिंग मामले में अहम भूमिका थी। उन्होंने कहा, पीसीबी ने नासिर जमशेद के खिलाफ जो विभिन्न आरोप लगाए थे वे साबित हो गए हैं जिसके बाद न्यायाधिकरण ने क्रिकेटर को 10 वर्षों के लिए निलंबित करने का फैसला लिया है।
रिजवी ने कहा, नासिर को निलंबन की इस अवधि में और इसके बाद भी क्रिकेट या क्रिकेट प्रशासन में किसी भूमिका की अनुमति नहीं होगी। नासिर ने पीएसएल के पहले दो संस्करणों में हिस्सा नहीं लिया था लेकिन गत वर्ष ट्वंटी-20 लीग में हुई स्पॉट फिक्सिंग में उनकी बड़ी भूमिका साबित हुई थी।