मोहली टेस्ट में नायर को अपना करियर शुरू करने का मौका मिला, लेकिन वे 4 रन ही बना पाए और रन आउट हो गए। मुंबई टेस्ट में भी वे केवल 13 रन ही बना पाए। यहां तक सभी सोच रहे थे कि रहाणे के फिट होते ही नायर की छुट्टी तय है, लेकिन चेन्नई टेस्ट के चौथे दिन जो हुआ उसने भारतीय क्रिकेट के इतिहास को बहुत सारे सुनहरे पल दिए। नायर ने खुद को साबित किया, अब उन्हें नज़रअंदाज़ करना आसान नहीं होगा।
नायर एक दिन के खेल में ही भारतीय क्रिकेट इतिहास में उस मुकाम पर पहुंच गए हैं, जहां अब तक केवल वीरेंद्र सहवाग ही खड़े थे। सचिन तेंदुलकर अपने करियर में कभी तिहरा शतक नहीं बना पाए। कुछ विशेषज्ञ कहते थे, क्योंकि सचिन चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं इसलिए वे तिहरा शतक नहीं बना पाए। करुण नायर ने पांचवें नंबर पर आकर तिहरा शतक बनाया।