दक्षिण अफ्रीकी स्पिनर हैं भारतीय मूल के केशव महाराज
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दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर केशव महाराज ने अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की सराहना करते हुए उम्मीद जतायी कि यह पूरी मानवता के लिए शांति और सद्भाव लाएगा।महाराज जब क्रिकेट के मैदान पर उतरते हैं तब आम तौर पर स्टेडियम में राम सिया राम की धुन बजने लगती है।
इस 33 साल के वामहस्त स्पिनर ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयोजित प्राण प्रतिष्ठा समारोह की सराहना करते हुए अपने सोशल मीडिया पेज पर एक वीडियो साझा किया।इस वीडियो संदेश में उन्होंने कहा, मैं महेश कुमार (जोहानिसबर्ग में भारत के महावाणिज्य दूत) और दक्षिण अफ्रीका में पूरे भारतीय समुदाय को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के लिए शुभकामनाएं देना चाहता हूं। यह सभी के लिए शांति, सद्भाव और आध्यात्मिक ज्ञान लाए।
केशव महाराज के परिवार का ताल्लुक मूल रूप से उत्तर प्रदेश ये है। उन्होंने हाल ही में पीटीआई-भाषा को दिए एक साक्षात्कार में भगवान राम के प्रति अपनी भक्ति के बारे में बात की थी। उन्होंने कहा कि इस धुन से वह सहज महसूस करते हैं।
उन्होंने कहा था, भगवान मेरे लिए सबसे बड़ी ताकत है। जब भी मुझे कुछ ऐसा करने का मौका मिलता है, मैं ऐसा करने की कोशिश करता हूं। इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ता है और दूसरे खिलाड़ियों का सम्मान भी मिलता है। धर्म और संस्कृति का सम्मान करना महत्वपूर्ण है लेकिन स्टेडियम में राम सिया राम को बजते हुए सुनना अच्छा लगता है।अयोध्या में सोमवार को राम मंदिर में श्री रामलला के नवीन विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा की गयी। इस कार्यक्रम को लाखों लोगों ने अपने घरों और पूरे भारत के मंदिरों में टेलीविजन पर देखा।
ज्यादातर दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी अमूमन ईसाई धर्म के अनुयायी रहते हैं। एक दो खिलाड़ी इस्लामिक मूल के भी हैं जैसे इमरान ताहिर , तबरेज शम्सी। अभी के समय में एक दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी है जो हुनमान जी की आराधना करता है।यह खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि भारतीय मूल के दक्षिण अफ्रीकी बाएं हाथ के स्पिनर केशव महाराज हैं।
जैसा कि नाम से ही लगता है केशव महाराज सनातन हिंदू धर्म के अनुयायी हैं । उन्हें हनुमान चालीसा भी कंठस्थ याद है। वह कोशिश करते हैं कि हर मंगलवार या शनिवार हनुमान जी का जाप कर सकें।