महाराज ने कहा, ‘वर्नोन और मैंने खुद से कहा कि हम चायकाल तक बल्लेबाजी करते हैं और फिर देखते हैं क्या होता है। निचले क्रम का बल्लेबाज होने के नाते आप बड़े शॉट लगाना चाहते हो लेकिन वर्नोन ने मुझे ऐसा करने से रोके रखा। मैं सकारात्मक बना रहा क्योंकि अगर आप ऐसा करोगे तो आप किसी गेंद पर अपना विकेट गंवा सकते हो।’