भारतीय खिलाड़ी को उनके इस व्यवहार के लिए आईसीसी की आचार संहिता नियमों के तहत लेवन 1 अपराध का दोषी पाया गया है जिसमें उन्होंने नियम 2.5 का उल्लंघन किया है। यह नियम आपत्तिजनक भाषा, व्यवहार या गलत इशारे, आक्रामक प्रतिक्रिया से जुड़ा है।
खलील ने मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड द्वारा लगाए गए इस अपराध को स्वीकार कर लिया है जिससे उनके खिलाफ आधिकारिक कार्रवाई नहीं की जाएगी। मैदानी अंपायर इयान गोल्ड और अनिल चौधरी तथा थर्ड अंपायर पॉल विल्सन एवं चौथे अंपायर सी शम्सुद्दीन ने खलील को आरोपित किया था जिसके बाद ब्रॉड ने भारतीय क्रिकेटर को यह सजा सुनाई। (वार्ता)