केएल राहुल नेट्स पर लौटे दूसरे वनडे में कौन जगह देगा भारतीय उपकप्तान को?
मंगलवार, 8 फ़रवरी 2022 (12:29 IST)
अहमदाबाद: टीम में शामिल होने के बाद पृथकवास पूरा कर चुके भारतीय उप-कप्तान लोकेश राहुल और सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे वनडे से पहले सोमवार को नेट सत्र के दौरान अभ्यास किया।
यह टीम इंडिया के सदस्यों के लिए एक वैकल्पिक अभ्यास सत्र था क्योंकि टीम ने एक दिन पहले ही मैच खेला था। भारतीय दल में कोविड-19 पॉजिटिव के कुछ मामले सामने आने के बाद अग्रवाल को टीम में जोड़ा गया था। घरेलू क्रिकेट में दिल्ली का प्रतिनिधित्व करने वाले के 29 वर्षीय तेज गेंदबाज नवदीप सैनी भी अभ्यास सत्र का हिस्सा थे।
बीसीसीआई ने क्रिकेटरों की तस्वीरों के साथ ट्वीट किया, देखो यहां कौन हैं। तीनों टीम में शामिल हुए और आज अभ्यास सत्र में जमकर पसीना बहाया।
भारत ने रविवार को सीमित ओवरों के नये कप्तान रोहित शर्मा की अगुवाई में पहले एकदिवसीय में छह विकेट से जीत दर्ज की। तीन मैचों की इस श्रृंखला के दूसरे मैच में इस बात की संभावना है कि अग्रवाल रोहित के साथ पारी का आगाज करेंगे।
श्रृंखला के पहले मैच में रोहित ने इशान किशन के साथ पारी का आगाज किया था।हालांकि राहुल के फिट होने के बाद उन पर टीम से बाहर होने का खतरा है।
दो खिलाड़यों में से कोई एक दे सकता है राहुल को जगह
पहले वनडे में बाहर रहे टीम इंडिया के उपकप्तान केएल राहुल दूसरे वनडे में शामिल हो जाएंगे। वह अपनी बहन की शादी के कारण पहले वनडे में शामिल नहीं हो पाए थे।
अब सवाल यह है कि भारतीय अंतिम ग्यारह में से कौन निकलेगा। दो ही नाम सामने दिख रहे हैं। या तो यह दीपक हुड्डा होंगे या फिर ईशान किशन, क्योंकि सूर्युकमार और कोहली तो भारतीय टीम से बाहर निकलने से रहे।
ईशान किशन ने भी रोहित के साथ पहले विकेट के लिए 84 रनों की साझेदारी की।36 गेंदो में ईशान ने 2 चौके और 1 छक्के के साथ 28 रन बनाए। अब यह देखना होगा कि चयनकर्ता राहुल को जगह देने के लिए इनमें से किस खिलाड़ी को बाहर बैठाते हैं।
या फिर ऐसा भी हो सकता है कि राहुल को मौका ही ना दिया जाए। वैसे भी केएल राहुल का फॉर्म उनके साथ नहीं है।दक्षिण अफ्रीका दौरे पर वनडे सीरीज में वह सिर्फ 1 अर्धशतक बना पाए थे लेकिन राहुल को रोहित ना खिलाए इसकी संभावना काफी कम है। टीम में उनका होना और फॉर्म में आना बहुत जरूरी है क्योंकि अगले साल 2023 का विश्वकप भारत में ही होना है।
भारत भले ही पहला वनडे 6 विकेट से जीत गई हो लेकिन मध्यक्रम की परीक्षा जरूरी है। पिछले वनडे में भी एक मामली स्कोर के बावजूद भारतीय टीम रोहित शर्मा के बाद लगातार विकेट गंवा रही थी।
एक समय भारत के चार विकेट 116 रन पर गिर गए थे जिसके बाद पदार्पण मैच खेल रहे दीपक हुड्डा ने सूर्यकुमार के साथ पांचवें विकेट के लिए 72 रन की अविजित साझेदारी कर भारत को 28 ओवर में जीत दिला दी। हुड्डा ने 32 गेंदो में 2 चौकों की मदद से 26 रन बनाए।
इस कारण 2023 वनडे विश्वकप को ध्यान में रखते हुए एक सशक्त मध्यक्रम को बनाना कप्तान रोहित और कोच राहुल द्रविड़ के लिए जरूरी है। हर मैच में टॉप 3 यानि की सलामी बल्लेबाज और तीसरे नंबर के बल्लेबाज कोहली पर निर्भर नहीं रहा जा सकता।