कल यह पहला वाक्या था जब विराट कोहली ने पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ साझेदारी निभाई, खासकर टेस्ट मैच में। 184 पर 8 विकेट खो चुकी टीम इंडिया को 274 तक विराट कोहली ने ही पहुंचाया। उमेश यादव के साथ की गई 57 रनों की साझेदारी में उमेश ने सिर्फ 1 रन बनाया। यह विराट के खेल के अनूरुप नहीं दिखता।
हां, यह धोनी कई बार भारतीय टीम के लिए कर चुके हैं। नाजुक मौकों पर पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ उन्होंने कई साझेदारियां निभाई है भले ही वह टेस्ट का पहला दिन हो या पांचवा। 2007 के इंग्लैंड दौरे पर भी धोनी अंत तक टिके रहे और सामने दिख रही हार को ड्रॉ में तबदील कर दिया। यह सीरीज भारत 1-0 से जीता था।