क्रुणाल पांड्या ने जड़े वनडे डेब्यू के सबसे तेज 50 रन, पापा को याद कर बिलख कर रोए

मंगलवार, 23 मार्च 2021 (18:24 IST)
टी-20 में ईशान किशन और सूर्यकुमार यादव तो वनडे में क्रुणाल पांड्या, यंगिस्तान टीम इंडिया की नई धरोहर बन गया है, पहले मैच से ही खिलाड़ी टीम इंडिया को मुश्किल से ऐसे निकाल लेते हैं जैसे वर्षों का अनुभव हो।
 
आज क्रुणाल पांड्या ने अपना वनडे डेब्यू किया और अपने भाई हार्दिक पांड्या से कैप पाई। इस दौरान वह भावुक हो गए और पांड्या ने उन्हें गले से लगाया। बहरहाल मैच शुरु हुआ और 169 रनों तक भारत की अच्छी स्थिती थी लेकिन अचानक से विकटों का पतन हुआ।
यहां तक की हार्दिक पांड्या भी सस्ते में निपट गए। ऐसे में क्रीज पर आए अपना पहला मैच खेल रहे क्रुणाल पांड्या और सामने थे केएल राहुल। कुछ गेंदो बाद ऐसा लगा ही नहीं कि क्रुणाल पांड्या अपना पहला मैच खेल रहे हैं क्योंकि वह राहुल से ज्यादा तेजी से रन बना रहे थे। 
 
दोनों ने ही इंग्लैंड के गेंदबाजों पर जमकर जवाबी हमला बोला और क्रुणाल ने मैदान के आगे ही नहीं थर्ड मैन पर भी छक्का जड़ा। छब्बीसवीं गेंद पर जैसे ही उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा किया वह भावुक हो गए और उन्होंने बल्ला आसमान को दिखाया जैसे इस पचास रन का श्रेय वह अपने पिताजी को देना चाहते हों।
डग आउट मैं बैठए उनके भाई हार्दिक पांड्या भी भावुक हो उठे और उनकी आंखे नम हो गई। क्रुणाल पांड्या ने 26 गेंदो में 50 रन जड़कर वनडे क्रिकेट इतिहास में डेब्यू मैच का सबसे तेज अर्धशतक जड़ा है। 
 
इससे पहले साल 1990 में जे मोरिस ने अपने पहले वनडे में 37 गेंदो में अर्धशतक जमाया था। क्रुणाल ने 31 गेंदों पर नाबाद 58 रन में सात चौके और दो छक्के लगाए और अंत तक आउट नहीं हुए। ड्रेसिंग रूम से जाने से पहले भी उनका इंटर्व्यू लेने की कोशिश की गई लेकिन उनके आँसू निकल गए तो इंटर्व्यू स्थगित हो गया। क्रुणाल पांड्या ने नम आंखों के साथ कहा, ‘‘ यह मेरे पिता के लिए है।’’इसके बाद हार्दिक ने उन्हें गले लगा लिया।
हालांकि पांड्या के लिए यह मैच खत्म नहीं हुआ है वह चाहेंगे कि गेंद से भी वह कुछ कमाल दिखा कर इस मैच को यादगार बना लें। गौरलतब है कि क्रुणाल और हार्दिक के पिताजी हिमांशु का देहांत जनवरी 2021 में  दिल का दौरा पड़ने से हुआ था।

कृणाल के लिए पिछले तीन महीने काफी उतार-चढाव भरे रहे है।इस साल जनवरी में सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्राफी से पहले टीम शिविर उनके साथी खिलाड़ी दीपक हुड्डा ने उन पर बुरा व्यवहार करने का आरोप लगाया और फिर टीम शिविर छोड़ दिया।
 
इस मामले में हालांकि बड़ौदा टीम प्रबंधन ने कृणाल का साथ दिया।इस विवाद के कुछ सप्ताह के बाद उनके पिता हिमांशु का निधन हो गया जिसके बाद उन्हें टीम का बायो-बबल छोड़ना पड़ा।(वेबदुनिया डेस्क)

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