तीन मैचों की श्रृंखला का दूसरा मैच कल कार्डिफ में खेला जाएगा जिसे भारत जीतकर 2-0 की विजयी बढ़त बना सकता है। जोर्डन ने कहा कि ‘पिछले कुछ समय से हम सफेद गेंद के क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। एक मैच, एक हार से हमारा आत्मविश्वास नहीं डिगना चाहिए।
आप फिर भी आगे रहना चाहते हैं और सकारात्मक क्रिकेट खेलना चाहते हैं। सबसे पहले तो यह कुलदीप यादव का अच्छा स्पैल था और इसके बाद लोकेश राहुल ने काफी अच्छी पारी खेली। वे जीत के हकदार थे।’ कल होने वाले मैच से पहले सबसे बड़ा सवाल अब यह है कि इंग्लैंड कुलदीप और युजवेंद्र चहल से कैसे निपटता है। जार्डन ने कहा कि ‘हम बिलकुल भी चिंतित नहीं हैं (स्पिन खेलने को लेकर)।
हमारे ड्रेसिंग रूम में कुछ काफी अनुभवी खिलाड़ी हैं - कुछ स्पिन के काफी अच्छे खिलाड़ी। 2015 से स्पिन के खिलाफ हमारा रिकॉर्ड बेहतर है और हम सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक हैं। उन्होंने कहा कि ‘हां, हमें पता है कि हमें कुलदीप और उनके अन्य स्पिनरों के खिलाफ कुछ अधिक समझदारी से बल्लेबाजी करनी होगी। वे उनका इस्तेमाल समझदारी और रणनीतिक रूप से करना चाहेंगे।
कुलदीप स्तरीय स्पिनर हैं, एक अलग तरह का स्पिनर और कभी-कभी उसकी गेंद को समझना काफी मुश्किल हो जाता है।’ इंग्लैंड के अधिकांश बल्लेबाजों ने स्पिन गेंदबाजी मशीन ‘मर्लिन’ के साथ अभ्यास किया जिसका इस्तेमाल पिछली बार 2005 एशेज श्रृंखला से पहले शेन वार्न की स्पिन के खिलाफ तैयारी के लिए किया गया था।
जोर्डन ने कहा कि ‘मर्लिन अच्छा इजाफा है, विशेषकर तब जब आपके पास बाएं हाथ की स्पिन चाइनामैन को दोहराने के लिए कोई नहीं हो। यह असल में अति ट्रेनिंग है क्योंकि मर्लिन बेशक अधिक स्पिन और उछाल लेती है। लेकिन अगर आप मर्लिन के साथ सत्र बिताएं तो आप काफी अच्छी स्थिति में होते हैं। (भाषा)