Virat Kohli : काफी वक्त से बाबर आजम टेस्ट क्रिकेट में फ्लॉप चल रहे थे, बाबर का टेस्ट फॉर्मेट में आखिरी बार 50+ दिसंबर 2022 में आया था, पिछली 17 टेस्ट पारियों में उनका औसत 20.70 रहा और घरेलू मैदान पर 18.75 रहा है। इसी ख़राब फॉर्म के चलते पाकिस्तान क्रिकेट ने उन्हें इंग्लैंड और पाकिस्तान बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे और तीसरे टेस्ट से हटाकर आराम देने का फैसला किया, इस फैसले को लेकर कई लोगों ने सवाल उठाए कि बाबर आजम जैसे बड़े खिलाड़ी को बैठाना ठीक नहीं है।
उनमें से एक थे पाकिस्तान के ही खिलाड़ी फखर जमां (Fakhar Zaman) जिन्होंने विराट कोहली और बाबर आजम (Babar Azam) की तुलना कर पोस्ट किया कि 2020 से 2023 तक विराट कोहली का एवरेज भी ठीक नहीं था लेकिन उन्हें तो भारतीय क्रिकेट ने टीम से बाहर नहीं किया फिर आजम को बैठाना क्या सही है।
उन्होंने लिखा था "बाबर आजम को बाहर करने के बारे में सुझाव सुनना चिंताजनक है। भारत ने 2020 और 2023 के बीच अपने कठिन दौर के दौरान विराट कोहली को बेंच पर नहीं रखा, जब उनका औसत क्रमशः 19.33, 28.21 और 26.50 था। अगर हम अपने प्रमुख बल्लेबाज को, जो पाकिस्तान का अब तक का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी है, दरकिनार करने पर विचार कर रहे हैं, तो इससे पूरी टीम में गहरा नकारात्मक संदेश जा सकता है। पैनिक बटन दबाने से बचने का अभी भी समय है; हमें अपने प्रमुख खिलाड़ियों को कमजोर करने के बजाय उनकी सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए।"
Its concerning to hear suggestions about dropping Babar Azam. India didnt bench Virat Kohli during his rough stretch between 2020 and 2023, when he averaged 19.33, 28.21, and 26.50, respectively. If we are considering sidelining our premier batsman, arguably the best Pakistan…
हालांकि बाबर आजम की विराट कोहली से तुलना करना उनपर भारी पड़ा और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें कारण बताओ (Cause Notice) थमा दिया।
लेकिन विराट कोहली का फॉर्म देखकर कुछ भारतीय फैंस के मन में इसी के विपरीत एक सवाल आता है कि विराट कोहली को भी टीम से कुछ समय के लिए बाहर करने का वक्त आ गया है?
टेस्ट क्रिकेट में विराट का आखिरी 50+ स्कोर 8 पारियों से पहले साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2023 दिसंबर में आया था, उसके बाद वे उस तरह मैदान पर नहीं चल पाए जैसा फैंस उनसे उम्मीद करते हैं।
विराट कोहली की आखिरी 10 टेस्ट पारियां
पहला टेस्ट बनाम न्यूजीलैंड 0 (9)
दूसरा टेस्ट बनाम BAN 47 (35), 29 (37)
पहला टेस्ट बनाम BAN 6 (6) , 17 (37)
दूसरा टेस्ट बनाम SA 46 (59), 12 (11)
पहला टेस्ट बनाम SA 38 (64), 76 (82)
दूसरा टेस्ट बनाम वेस्टइंडीज 121 (206)
पहला टेस्ट बनाम वेस्टइंडीज 76 (182)
फ़ाइनल बनाम ऑस्ट्रेलिया 14 (31), 49 (78)
चौथा टेस्ट बनाम ऑस्ट्रेलिया 186 (364)
तीसरा टेस्ट बनाम ऑस्ट्रेलिया 22 (52), 13 (26)
हालांकि उनके प्रशंसक यही चाहेंगे कि विराट हर मैच खेलें, क्योंकि वे पहले ही टी20 फॉर्मेट से संन्यास ले चुकें हैं और अपने करियर के कुछ आखिरी सालों में हैं, लेकिन अगर आप देखें तो बाबर को आराम देने के बाद जिस खिलाड़ी को उनकी जगह पाकिस्तान टीम में मौका दिया गया, उस खिलाड़ी ने अपने डेब्यू मैच में ही शतक जड़ डाला।
इंग्लैंड के खिलाफ कामरान ग़ुलाम के यह कारनामा किया और डेब्यू टेस्ट में शतक लगाने वाले वे पाकिस्तान के 13वें खिलाड़ी बने और जब व्यक्तिगत प्रदर्शन अच्छा होता है तो उसका असर टीम पर भी दीखता है, हां बेशक इस दर्जे के खिलाड़ी बड़े मंच पर शानदार प्रदर्शन देते हैं और बड़े टूर्नामेंट में जीत का कारण बनते हैं, जैसे पुरे टूर्नामेंट में आलोचना होने के बाद भी विराट कोहली टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में टीम के जीत की बड़ी वजह बने लेकिन एक बड़े खिलाड़ी को भी आराम की जरुरत होती है ताकि वो मानसिक और शारीरिक रूप से खुद को थोड़ा वक्त देकर और भी मजबूती से वापसी करे तो क्या अब वक्त आ गया है कि विराट को आराम दिया जाए, और किसी युवा खिलाड़ी को उनकी जगह कुछ मैचों में मौका दिया जाए?