धोनी ने कहा, ‘पहले दो टेस्ट में सिर्फ 20 मिनट के खराब समय ने हमारे नतीजों को प्रभावित किया। बल्लेबाजी ध्वस्त होने के बावजूद देखा जा सकता है कि पिछले एक साल में विदेशी दौरों पर बल्लेबाजी के हमारे रवैए में बदलाव आया है। हमें इसे आगे बढ़ाना होगा।’
उन्होंने कहा, ‘अनुभव की तुलना नहीं की जा सकती। हमें कहीं से भी अनुभवी खिलाड़ी नहीं मिल सकते। इन्हीं खिलाड़ियों को अधिक मैच खेलकर अनुभवी बनना होगा। हम विदेशों में जितना खेलेंगे उतना अधिक अनुभवी बनेंगे। हमें कहीं और से अनुभवी खिलाड़ी नहीं मिल सकते।’
भारत को ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर पिछले छह टेस्ट में हार का सामना करना पड़ा है। वर्ष 2011-12 श्रृंखला में भी भारत ने वहां चारों टेस्ट गंवाए थे। इस बीच टीम को दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड में भी शिकस्त का सामना करना पड़ा। गाबा में दूसरी पारी में भारत का स्कोर एक समय एक विकेट पर 71 रन था जो बाद में पांच विकेट पर 87 रन हो गया था।