धोनी बोले, मैं आक्रामकता के खिलाफ नहीं, लेकिन...

गुरुवार, 1 अक्टूबर 2015 (19:34 IST)
धर्मशाला। टेस्ट कप्तान विराट कोहली मार्का आक्रामकता पर तंज कसते हुए भारत के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गुरुवार को कहा कि आक्रामकता की उनकी परिभाषा छींटाकशी या शारीरिक संपर्क नहीं है और टीम के लिए नियमों के भीतर खेलना जरूरी है।
टेस्ट कप्तान कोहली आक्रामकता के बड़े पैरोकार रहे हैं। श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में आखिरी टेस्ट में श्रीलंकाई बल्लेबाज से भिड़ने के कारण तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा को एक मैच का निलंबन झेलना पड़ा था, तब कोहली ने उनका समर्थन किया था।
 
धोनी ने कहा कि वे आक्रामक क्रिकेट खेलने के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन नियमों के भीतर रहने में विश्वास करते हैं।
 
उन्होंने मैच से पूर्व कहा, आक्रामकता का मतलब छींटाकशी या शारीरिक संपर्क नहीं है। राहुल द्रविड़ ने कहा था कि तेज गेंदबाज के सामने अच्छा फॉरवर्ड डिफेंस आक्रामक खेल है और यह महत्वपूर्ण है। हमारे खिलाड़ी भी आक्रामकता को सही दिशा में लगाना सीख रहे हैं। 
 
उन्होंने कहा, आक्रामक होना अच्छा है, लेकिन हमें दिशा-निर्देशों का भी पालन करना है और यह सुनिश्चित करना है कि अब किसी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं हो। हम आक्रामक खेलना चाहते हैं लेकिन नियमों के भीतर। (भाषा)

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