धोनी ने मैच के बाद कहा, मुझे लगता है कि यदि हमारे विकेट बचे होते तो हम 260 रन (261) का लक्ष्य हासिल कर सकते थे। यह भी दिल्ली जैसा मैच ही था जहां हमने लगातार विकेट गंवाए थे। उन्होंने कहा, यह विकेट शाम को बल्लेबाजी करने के लिए काफी अच्छा था और मैच आगे बढ़ने के साथ धीमा होता जा रहा था। दूधिया रोशनी में नई गेंद तब भी बल्ले पर आ रही थी लेकिन गेंद पुरानी होने के साथ बल्लेबाजी करना आसान नहीं रहा।
धोनी ने अक्षर पटेल को पांचवें नंबर पर उतारा जबकि मनीष पांडे छठे और केदार जाधव सातवें नंबर पर आए। इनमें पटेल ही कुछ रन बनाने में सफल रहे। भारतीय कप्तान ने कहा, बल्लेबाजी लाइनअप में पांचवें और छठे नंबर के बल्लेबाज नए हैं।
धोनी ने कहा, उन्हें खुद ही सीखना होगा। किसी को लंबे शाट खेलने होंगे तो किसी को पारी संवारनी होगी। एक बार जब वे 15 से 20 मैच खेल लेंगे तो उन्हें पता चल जाएगा कि क्या करना है। क्रिकेट बदल गया है, लोग बड़े शॉट देखना चाहते हैं। (भाषा)