मुंबई। पिछले करीब एक दशक तक भारत की कप्तानी की जिम्मेदारी संभालने के बाद जब महेंद्र सिंह धोनी यहां इंग्लैंड के खिलाफ पहला अभ्यास मैच खेलेंगे और भारत ए टीम की अगुवाई करेंगे तो अंतिम बार टीम के खिलाड़ियों की सूची में उनके नाम के आगे ‘कप्तान’ लिखा होगा।
उनके बाद जिस खिलाड़ी पर नजरें होंगी, वह वापसी करने वाले युवराज सिंह होंगे जिनके चैपियंस ट्रॉफी के दौरान विराट कोहली की टीम में अहम भूमिका निभाने की उम्मीद है।
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज आशीष नेहरा भी सर्जरी के बाद वापसी कर रहे हैं और इंग्लैंड में उनकी गेंदबाजी काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकती है, लेकिन ऐसा तभी होगा जब वह अगले पांच महीने तक फिट रहें।
युवराज अपनी शादी के कारण डेढ़ महीने से क्रिकेट से बाहर ही चल रहे थे जिससे उन्हें भी अहम अभ्यास मिलेगा। शिखर धवन के लिए यह अहम होगा जो अंगूठे में फ्रेक्चर के कारण बाहर थे और वह जितने रणजी मैचों में खेले थे, उसमें अच्छा नहीं कर पाए थे, लेकिन सभी के लिए आकर्षण का केंद्र निश्चित रूप से झारखंड का खिलाड़ी होगा।
अभ्यास मैच में भावनात्मक मुकाबले कभी कभार ही होते हैं और धोनी भावनाएं नहीं दिखाते लेकिन यह तब विशेष हो जाता है जब विराट कोहली कहते हैं कि महेंद्र सिंह धोनी के नाम का जिक्र करते हुए उनके दिमाग में एक ही बात आती है और वह है ‘कप्तान’।
इसलिए यह मौका यादगार होगा जब धोनी इयोन मोर्गन की इंग्लैंड के खिलाफ कुछ सीनियर टीम के खिलाड़ियों की अगुवाई करेंगे। इंग्लैंड की टीम छोटे प्रारूप में पिछले कुछ वर्षों में बेहतर रही है।
धोनी ने अक्टूबर में समाप्त हुई न्यूजीलैंड सीरीज के बाद 70 दिन से कोई प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेला है, जिससे यह उनके लिए अच्छा अभ्यास होगा। उन्होंने नियमित रूप से ट्रेनिंग की है, नेट पर अभ्यास किया है और झारखंड रणजी टीम के साथ कुछ स्थानों की यात्रा की है लेकिन अभ्यास मैच अहम ही होते हैं जिससे उन्हें 15 जनवरी से पुणे में शुरू होने वाले पहले वनडे से पहले कुछ अच्छा अभ्यास मिल जाएगा।
सीमित ओवरों के विशेषज्ञ इयोन मोर्गन की अगुवाई में इंग्लैंड ने क्रिसमस और नए साल का ब्रेक समाप्त कर भारत लौटने के बाद आज यहां ब्रैबोर्न स्टेडियम में अपना पहला नेट अभ्यास किया।
मुख्य बल्लेबाज जो रूट को छोड़कर पूरी टीम ने सुबह की ठंडक में तीन घंटे की ट्रेनिंग की। विराट कोहली की भारतीय टीम से पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 0-4 से हारने के बाद अब टीम तीन वनडे की सीरीज में भाग लेगी।
मोर्गन की अगुवाई में खेलने के लिए टेस्ट टीम के नौ सदस्य वापस यहां लौटे हैं। मोर्गन इस हारने वाली टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं थे जो एलिस्टेयर कुक की अगुवाई में खेली थी, जबकि कुक वनडे और टी20 में नहीं खेलेंगे।
रूट के 12 जनवरी को यहां टीम से जुड़ने की उम्मीद है जो निजी कारणों से स्वदेश रूक गए थे। इंग्लैंड की टीम इसी दिन अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व वाली भारत ए के खिलाफ दूसरा अभ्यास मैच खेलेगी।
दौरा करने वाली टीम के एक सूत्र ने अभ्यास सत्र के बाद कहा, रूट गुरुवार को टीम से जुड़ेंगे और 15 जनवरी को पुणे में होने वाले पहले वनडे के लिए टीम के साथ यात्रा करेंगे। अगर उन्हें चुना गया तो वह निश्चित रूप से उस मैच में खेलना चाहेंगे।
तीन वनडे मैच पुणे, कटक (19 जनवरी) और कोलकाता (22 जनवरी) को होंगे। इनके बाद तीन टी20 मैच कानपुर (26 जनवरी), नागपुर (29 जनवरी) और बेंगलुरु (एक फरवरी) को खेले जाएंगे। मोर्गन टीम के उन चार खिलाड़ियों में से एक हैं, जो यहां आने से पहले ऑस्ट्रेलिया में टी20 बिग बैश खेलने में व्यस्त थे। इनमें अन्य डेविड विली, जेसन रॉय और सैम बिलिंग्स शामिल हैं। एलेक्स हेल्स और लियाम प्लंकेट भारत से हारने वाली टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं थे। भारत ए ने रविवार को दोपहर का अभ्यास सत्र रद्द कर दिया और टीम कल शाम को अभ्यास करेगी।
इंग्लैंड की वनडे टीम इस प्रकार है : इयोन मोर्गन (कप्तान), मोईन अली, जॉनी बेयरस्टो, जेक बॉल, सैम बिलिंग्स, जोस बटलर, लियाम डासन, एलेक्स हेल्स, लियाम प्लंकेट, आदिल राशिद, जो रूट, जेसन रॉय, बेन स्टोक्स, डेविड विली और क्रिस वोक्स।
इंग्लैंड के खिलाफ अभ्यास मैचों की भारत ए टीम इस प्रकार है : पहले मैच के लिए (10 जनवरी) शिखर धवन, मनदीप सिंह, अंबाती रायुडू, युवराज सिंह, महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान और विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, संजू सैमसन, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चाहल, आशीष नेहरा, मोहित शर्मा, सिद्धार्थ कौल।
दूसरे मैच के लिए (12 जनवरी) रिषभ पंत, अजिंक्य रहाणे (कप्तान), सुरेश रैना, दीपक हुड्डा, ईशान किशन (विकेटकीपर), शेल्डन जैकसन, विजय शंकर, शाहबाज नदीम, परवेज रसूल, विनय कुमार, प्रदीप सांगवान, अशोक डिंडा। (भाषा)