महेंद्र सिंह धोनी पहली बार आईपीएल के प्लेऑफ से बाहर

रविवार, 15 मई 2016 (21:51 IST)
नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पहली बार इस टी-20 टूर्नामेंट के प्लेऑफ में पहुंचने में नाकाम रहे। आईपीएल इतिहास में 2 बार चैंपियन और कुल 6 बार फाइनलिस्ट रह चुके धोनी के शानदार करियर में यह पहला मौका होगा, जब वे प्लेऑफ में नहीं खेलेंगे। 
धोनी आईपीएल में पहले 8 साल चेन्नई सुपरकिंग्स टीम के साथ खेले थे लेकिन भ्रष्टाचार के चलते चेन्नई टीम को 2 साल के लिए निलंबित किए जाने के बाद धोनी को नौवें सत्र में नई टीम राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स के साथ खेलने उतरना पड़ा।
 
धोनी को पुणे टीम का कप्तान बनाया गया लेकिन वे नई टीम के साथ कोई करिश्मा नहीं दिखा सके और उनकी टीम अब तक 12 मैचों में से 9 हार झेलकर प्लेऑफ की होड़ से बाहर हो गई है। धोनी का कप्तानी में करिश्मा नदारद रहा। पुणे टीम की न तो बल्लेबाजी चली और न ही गेंदबाजी, भाग्य भी धोनी के साथ नहीं रहा और उन्हें कुछ नजदीकी पराजय झेलनी पड़ी। 
 
भारत के सीमित ओवरों के कप्तान धोनी आईपीएल में सबसे सफल कप्तान हैं। उन्होंने 141 मैचों में कप्तानी की है और सर्वाधिक मैचों में कप्तानी करने के मामले में धोनी के बाद दूसरे नंबर पर कोलकाता नाइटराइडर्स के गौतम गंभीर हैं जिन्होंने 103 मैचों में कप्तानी की है। धोनी ने अपनी कप्तानी में 81 मैच जीते हैं और 59 हारे हैं। 
 
आईपीएल के पहले 8 संस्करणों में धोनी ने चेन्नई को 2010 और 2011 में चैंपियन बनाया था। इसके अलावा उनकी कप्तानी में चेन्नई 2008, 2012, 2013 और 2015 में उपविजेता रही। चेन्नई टीम 2009 के सेमीफाइनल और 2014 के क्वालीफायर 2 में हारी थी।
 
धोनी की कप्तानी में चेन्नई ने 2010 में मुंबई को और 2011 को बेंगलुरु को हराकर खिताब जीते थे। चेन्नई को 2008 के फाइनल में राजस्थान से, 2012 के फाइनल में कोलकाता से, 2013 के फाइनल में मुंबई से और 2015 के फाइनल में मुंबई से हार का सामना करना पड़ा था। चेन्नई को 2009 के सेमीफाइनल में बेंगलुरु ने और 2014 के क्वालीफायर 2 में पंजाब ने हराया था।
 
इस साल धोनी की कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया में 3 ट्वंटी-20 मैचों की सीरीज में पहली बार 3-0 से क्लीन स्वीप किया था और फिर एशिया कप के ट्वंटी-20 टूर्नामेंट में खिताब जीता था। धोनी की कप्तानी में भारत ट्वंटी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल तक पहुंचा लेकिन आईपीएल-9 में धोनी की नई टीम पुणे का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। 
 
पुणे ने हालांकि टूर्नामेंट में विस्फोटक शुरुआत की थी और गत चैंपियन मुंबई की टीम को एकतरफा अंदाज में 9 विकेट से पीट दिया था, लेकिन इस शानदार शुरुआत के बाद पुणे का प्रदर्शन लगातार गिरता चला गया। दूसरी नई टीम गुजरात लॉयंस ने पुणे को 7 विकेट से पराजित किया और पंजाब ने उसे 6 विकेट से पीट दिया।
 
पुणे को अपने अगले मैच में बेंगलुरु टीम से 13 रन से हार का सामना करना पड़ा। कोलकाता ने उसे 2 विकेट से पराजित किया। पुणे ने लगातार 4 पराजयों के बाद हैदराबाद को डकवर्थ लुईस नियम के तहत 34 रन से हराया। पुणे को इसके बाद गुजरात के खिलाफ 195 रन बनाने के बावजूद आखिरी गेंद पर 3 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। मुंबई ने पुणे को 8 विकेट से पीटकर पहली हार का बदला चुकाया।
 
धोनी की टीम ने दिल्ली डेयरडेविल्स को 7 विकेट से हराकर मुकाबले में लौटने की कोशिश की लेकिन फिर उसे बेंगलुरु से 7 विकेट से, हैदराबाद से 4 विकेट से और कोलकाता से 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। 
 
इसके बाद आईपीएल के सबसे सफल कप्तान धोनी प्लेऑफ की होड़ से बाहर हो गए। धोनी को आखिरी 2 लीग मैच 17 मई को दिल्ली से और 21 मई को पंजाब से खेलने हैं जिन्हें जीतकर वे अपना सम्मान बचाने की कोशिश करेंगे। (वार्ता) 

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