हैदराबाद के 177 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पुणे की टीम बैकफुट पर थी और उसे अंतिम तीन ओवर में 47 रन की दरकार थी, जिसके बाद धोनी ने 34 गेंद में नाबाद 61 रन की पारी खेलकर अंतिम गेंद पर अपनी टीम को जीत दिलाई।
मैन ऑफ द मैच धोनी ने कहा कि कोई भी रन गति अधिक नहीं होती। यह इस पर निर्भर करता है कि विरोधी गेंदबाज कैसी गेंदबाजी कर रहा है। इसलिए सात, आठ, नौ, 10 रन मायने नहीं रखते। जो मायने रखता है, वह है धर्य बनाए रखना।