गावस्कर ने कहा, चयन समिति के लिए यह काफी कठिन होगा क्योंकि ऋषभ ने 4 साल पहले 4 टेस्ट खेले थे। उसने एक शतक भी बनाया था और विकेट के पीछे भी अच्छा प्रदर्शन रहा था। कुछ दिन पहले ही उसने शतक जमाया है तो वह प्रबंधन की पसंद होना चाहिए।
उन्होंने कहा, जिन पिचों पर गेंद टर्न लेती है, वहां सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर की जरूरत होती है और ऐसे में साहा पहली पसंद होते। लेकिन यहां विकेटकीपर स्टम्प के थोड़ा पीछे रह सकता है और उसके पास अधिक समय होगा तो ऋषभ सही पसंद होंगे। गावस्कर और एलेन बॉर्डर दोनों ने पारी की शुरुआत के लिए मयंक अग्रवाल के साथ पृथ्वी शॉ की बजाय शुभमन गिल को उतारने पर जोर दिया।
गावस्कर ने कहा, भारतीय शीर्षक्रम अभी अस्थिर है। मयंक अग्रवाल एक सलामी बल्लेबाज है लेकिन उसके साथ कौन उतरेगा। शुभमन गिल या पृथ्वी शॉ। गिल ने 2 अभ्यास मैचों में 0, 29, 43 और 65 रन बनाऐ जबकि शॉ का स्कोर 0, 19 , 40 और 3 रन रहा।
गावस्कर ने कहा, शॉ को अभी अपनी बल्लेबाजी पर कुछ काम और करना होगा। सलामी बल्लेबाज को समय की जरूरत होती है ताकि नई गेंद को बखूबी खेल सके। उसे अपना डिफेंस मजबूत करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि मयंक अग्रवाल से उन्हें बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद है।