मयंक अग्रवाल ने विजडन को दिए एक साक्षात्कार में कहा था कि वह बल्लेबाजी अभ्यास के दौरान प्रतिदिन 1000 गेंदें खेलते थे। उन्होंने बताया कि मेरे बल्लेबाजी कोच आरएक्स मुरलीधर ने मुझ पर पर खासी मेहनत की है। मयंक ने गेंद पर ध्यान को एकाग्र करने के लिए भारतीय मेडिटेशन पद्धति विपासना की मदद ली। इस तरह की ट्रेनिंग से मयंक अग्रवाल की गेंद पर नजर अच्छी हो गई।
मयंक ने पिछले रणजी सीजन में 13 पारियों में 105.45 की औसत से 1160 रन बनाए थे। इसमें एक तिहरे शतक समेत 5 शतक और 2 अर्धशतक शामिल थे। विजय हजारे ट्रॉफी 2018 में भी उन्होंने 8 पारियों में 90.37 की औसत और 107.91 की स्ट्राइक रेट से 723 रन बनाए, जिसमें 3 शतक और 4 अर्द्धशतक शामिल थे।