भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का प्रशासन देख रही प्रशासकों की समिति (सीओए) ने इस मामले में सख्त रूख अख्तियार करते हुए मिताली की टूर्नामेंट के दौरान फिटनेस पर रिपोर्ट मांगी है। सेमीफाइनल से पहले मिताली को उनके घुटने की चोट से फिट घोषित किया गया था लेकिन उन्हें अंतिम एकादश में शामिल नहीं किया गया था।
मिताली को एकादश से बाहर रखने पर उनकी मैनेजर अनीशा गुप्ता ने भी भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर की कड़ी आलोचना करते हुए उन्हें अपरिपक्व, झूठी और चालाक तक बता डाला था। इस मामले में विवाद बढ़ाते देख सीओए को आखिर हस्तक्षेप करना पद गया है और उसने मिताली की फिटनेस को लेकर रिपोर्ट मांग ली है।