38 वर्षीय मिताली ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के तीनों मैचों में बल्ले से जलवा दिखाया। उन्होंने पहले वनडे में 72 और दूसरे वनडे में 59 रनों की जुझारू पारी खेल कर टीम को क्रमश: 201 और 221 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया था,जबकि तीसरे और आखिरी मैच में 86 गेंदों पर नाबाद 75 रनों की पारी खेल कर टीम को चार विकेट से जीत दिलाई थी। अपने इस प्रदर्शन की बदौलत मिताली को चार स्थानों का फायदा हुआ है, जिससे वह नंबर एक पर पहुंच गई हैं। अपने 22 साल के क्रिकेट करियर में मिताली ने आठवीें बार शीर्ष स्थान पर कब्जा किया है।
भारतीय कप्तान ने इंग्लैंड दौरे की शुरुआत आठवें स्थान पर रहते हुए की थी, लेकिन 206 रनों के साथ सीरीज में टॉप रन स्कॉरर रहने से उन्हें शीर्ष स्थान हासिल करने में मदद मिली। वह आखिरी बार फरवरी 2018 में नंबर एक पर आईं थी।
भारत की विस्फोटक ओपनर शैफाली वर्मा को भी रैंकिंग में फायदा हुआ है। आखिरी दो वनडे मुकाबलों में 44 और 19 के स्कोर की बदौलत वह 49 स्थानों के फायदे के साथ 71वें पायदान पर पहुंच गई हैं, जबकि झूलन गोस्वामी चार स्थानों की छलांग के साथ 53वें नंबर पर पहुंची हैं। ऑल राउंडर दीप्ति शर्मा आखिरी वनडे मैच में 47 रन पर तीन विकेट लेने के प्रदर्शन के साथ एक स्थान के फायदे से ऑल राउंडर रैंकिंग में 12वें स्थान पर आ गई हैं।