शमी ऑस्ट्रेलिया दौरे में टीम का हिस्सा थे लेकिन एडिलेड में पहले टेस्ट में बल्लेबाजी करते समय उनकी बाजू पर पैट कमिंस की बाउंसर से चोट लगी थी जिसके बाद उन्हें सीरीज से बाहर होकर स्वदेश लौटना पड़ा था। शमी अपनी चोट से अभी तक पूरी तरह उबर नहीं पाए हैं और यही कारण है कि उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के पहले दो टेस्टों के लिए घोषित भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया है।
तेज गेंदबाज ने कहा, “यह सीरीज जीत एक बड़ी उपलब्धि है। हमारे कई खिलाड़ी चोटिल हो गए थे और रिजर्व खिलाड़ियों को मैदान पर उतारना पड़ा था। लेकिन इन खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिबद्धता दिखाई और खुद को साबित किया। हमने 2018-19 की सीरीज जीत को फिर से दोहराया और बड़ी कामयाबी हासिल की।”
शमी ने कहा, “एडिलेड टेस्ट की दूसरी पारी को छोड़ दिया जाए तो पूरी सीरीज में भारत ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही क्षेत्रों में शानदार प्रदर्शन किया।” उन्होंने कहा कि ऐसे प्रदर्शन से देश का गौरव बढ़ता है और युवा खिलाड़ियों का आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
उन्होंने इस जीत का श्रेय पूरी टीम को देते हुए कहा, “मैं जब चोटिल हुआ था तो मेरी आंखों में आंसू आ गए थे कि मुझे बीच में सीरीज को छोडकर जाना पड़ रहा है।” उन्होंने भारतीय टीम की बेंच ताकत की सराहना करते हुए कहा, “इन खिलाड़ियों ने दिखा दिया है कि उनमें जबरदस्त प्रतिभा है जिसे देखकर मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि हम कहीं पर भी आकर किसी भी टीम को हरा सकते हैं।”अपनी वापसी के लिए चोटिल तेज गेंदबाज ने कहा कि वह रिकवरी कर रहे हैं और जल्द ही टीम में लौटेंगे।(वार्ता)