गावस्कर ने कहा कि मयंक टेस्ट क्रिकेट का आनंद ले रहे हैं। यह उनका प्रथम वर्ष है और उम्मीद है कि वह दूसरे साल भी ऐसे ही स्कोर करेंगे। दूसरे सत्र में बल्लेबाज के लिए खेलना थोड़ा कठिन होता है क्योंकि विपक्षी टीम के पास आपके खेल का रिकॉर्ड होता है और वह इस हिसाब से अपनी तैयारियां करते हैं। मयंक ने हालांकि शानदार बल्लेबाजी की। जिस तरह उन्होंने अपने खेल पर कंट्रोल रखा वो काबिले तारीफ है। उसमें आत्मविश्वास भरा हुआ है।