मोहम्मद शमी के चयन पर उठे सवाल?

भारत में 8 मार्च से शुरू होने जा रहे टी-20 विश्व कप और उसके पहले खेले जाने वाले टी-20 एशिया कप के लिए कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी की सहमति से राष्ट्रीय क्रिकेट चयनकर्ताओं ने टीम इंडिया का ऐलान तो कर दिया लेकिन चुने गए 15 खिलाड़ियों की सूची में अनफिट मोहम्मद शमी का नाम किसी के गले नहीं उतर रहा है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि शमी ने पिछले 10 महीनों से कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है।
खुद बंगाल के कोच मान रहे हैं कि शमी अनफिट हैं और इसी वजह से वे गेंदबाजी भी नहीं कर रहे हैं। हालांकि शमी इस वक्त रिहैबिलेशन दौर से गुजर रहे हैं और यही हाल भुवनेश्वर कुमार का भी है। टीम प्रबंधन मानकर चल रहा है कि शमी को वे टीम में स्टैंडबाय के रूप में रख रहे हैं। यदि वे पूरे टूर्नामेंट (एशिया कप टी-20 और टी-20 विश्व कप में नहीं भी खेलते हैं तो भारत के पास पर्याप्त मध्यम तेज गति के गेंदबाज मौजूद हैं।
 
ऑस्ट्रेलिया के हालिया दौरे में जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पंड्‍या और आशीष नेहरा ने भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण की धार को और अधिक पैना किया है। रवीन्द्र जडेजा, अश्विन और पवन नेगी का स्पिन संतुलन भी भारतीय उपमहाद्वीप के अनुकूल है। चूंकि एशिया कप बांग्लादेश में होने जा रहा है और टी-20 विश्व कप भारत में ऐसे में टीम इंडिया के थिंक टैंक ने एक संतुलित टीम चुनने का प्रयास किया है।
 
ले-देकर बात मोहम्मद शमी के चयन पर आकर ठहर जाती है। मुख्य चयनकर्ता संदीप पाटिल को भी मालूम है कि शमी फिलहाल अनफिट हैं लेकिन वे यह भी मानते हैं कि शमी टी-20 कप तक फिट हो जाएंगे। ज्यादा बेहतर यह होता कि शमी के स्थान पर मनीष पांडे को चुना जाता जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के तेज विकेट पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। 
 
3 सितंबर 1990 को उत्तरप्रदेश के अमरोहा में जन्मे मोहम्मद शमी का अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन भी ऐसा नहीं रहा है, जैसा कि यह माना जाए कि इस खिलाड़ी के बिना टीम की सद्‍गति नहीं हो सकती। आंकड़े इस बात के गवाह है कि शमी का प्रदर्शन औसत दर्जे का रहा।
 
12 टेस्ट मैचों में हिस्सा लेकर 47 विकेट लिए और 166 रन बनाए। 47 वनडे मैचों में टीम इंडिया जर्सी पहनकर शमी ने 87 विकेट लिए और 109 रन बनाए। वे 4 टी-20 मैचों में 5 विकेट लेने से सफल रहे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 38 रन देकर 3 विकेट लेने का रहा।
 
शमी ने आखिरी टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6 से 10 जनवरी तक 2015 में सिडनी में खेला जबकि सिडनी में ही पिछले साल 26 मार्च को आखिरी बार वे मैदान पर उतरे थे। टी-20 में तो वे 2 साल से नहीं खेले हैं। शमी ने अपना अंतिम टी-20 मैच 7 सितंबर 2014 को बर्मिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। इन तमाम आंकड़ों के बावजूद टीम इंडिया ने शमी पर दांव लगाया है और यह दांव कितना सफल रहेगा, यह तो वक्त ही बताएगा। (वेबदुनिया न्यूज)

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