पोंटिंग ने कहा, '2005 में एशेज सीरीज हारना बड़ा झटका था पर मैं उस समय नियंत्रण में था। लेकिन मंकीगैट स्कैंडल के बाद मैं नियंत्रण खो बैठा था और यह मेरी कप्तानी का सबसे खराब क्षण था। यह विवाद काफी समय तक चला और मुझे याद है कि एडिलेड टेस्ट के दौरान मैंने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अधिकारियों से इस संबंध में बात की क्योंकि इस मैच के बाद मामले की सुनवाई होनी थी।'
उन्होंने कहा, 'मंकीगैट स्कैंडल मामले के बाद टीम में सभी लोग हताश हो गए थे और इसके कारण अगले मुकाबले में इसका टीम के प्रदर्शन पर असर पड़ा था। पर्थ टेस्ट में हम जीत की कगार पर थे लेकिन हमें इस मैच में हार का सामना करना पड़ा और इसके कुछ दिनों बाद हालात बिगड़ते चले गए।'
पोंटिंग की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने दो बार विश्व कप जीता लेकिन उनकी कप्तानी में उसे 2005, 2009 और 2010-11 में हुई एशेज सीरीज में हार का सामना करना पड़ा। पोंटिंग ने कहा, '2005 में सभी को लगा था कि हम इंग्लैंड को हरा देंगे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।'